बीपीएससी आंदोलन: लाठी चार्ज, बेरहमी से पीटा गया, चलाया वाटर कैनन, प्रशांत किशोर ने दी है चेतावनी, सरकार हिला देंगे, बढ़ा तनाव

Deepak Sharma

सिटी पोस्ट लाइव

पटना: रीएग्ज़ाम की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे बीपीएससी अभ्यर्थियों पर देर रात पुलिस ने लाठी चार्ज किया। छात्र-छात्राओं को दौड़ा-दौड़ाकर बेरहमी से पीटा गया। इतना ही नहीं, कपकपाती ठंड के इस मौसम में अभ्यर्थियों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया।

इस दौरान कई अभ्यर्थियों ने ज़मीन पर लेटकर सत्याग्रह करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस तब तक क्रूरता से उन छात्रों पर लाठियां बरसाती रही जब तक कि चोट से वे जख्मी नहीं हो गए। कई छात्र बुरी तरह घायल हुए हैं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया है।

बता दें कि आज गांधी मैदान में जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर के नेतृत्व में छात्र संसद का आयोजन किया गया था। इसमें हज़ारों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल हुए थे और प्रशांत किशोर और पूर्व आईपीएस अधिकारी और जन सुराज के नेता आनंद मिश्रा भी शामिल हुए। गांधी मैदान में घंटों अभ्यर्थियों ने नारेबाजी की और रीएग्जाम की मांग की। इसके बाद अभ्यर्थियों और प्रशांत किशोर और उनके साथियों ने गांधी मैदान से मुख्यमंत्री आवास के लिए मार्च किया।

जेपी गोलंबर के पास पुलिस ने उन्हें रोक दिया। हालांकि यहां पर बैरिकेडिंग को तोड़कर अभ्यर्थी आगे निकल गए। बाद में सरकार की तरफ से अभ्यर्थियों को यह प्रस्ताव दिया गया कि मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल से बात करने के लिए तैयार हैं।

हालांकि, इसके बाद भी कोई रास्ता नहीं निकल पाया और अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज शुरू कर दिया। इसमें कई अभ्यर्थी जख्मी हो गए हैं। बता दें कि प्रशांत किशोर ने एलान किया है कि अगर एक भी लाठी चली, तो नीतीश सरकार को हिला देंगे। अब यहां तो लाठियों की बरसात हो गई है। ऐसे में प्रशांत किशोर क्या रणनीति बनाते हैं, यह तो कल ही पता चलेगा।

बिहार लोक सेवा आयोग के परीक्षा नियंत्रक और दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों की तरफ से बार-बार कहा जा चुका है कि रीएग्जाम नहीं कराया जाएगा। आयोग का कहना है कि किसी के पास भी परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर कोई सबूत नहीं है। अगर सबूत है, तो वे आकर आयोग के साथ साझा करें। सिर्फ आरोप लगाने के आधार पर पूरे राज्य की परीक्षा कैंसल नहीं की जा सकती। परीक्षा नियंत्रक ने कहा है कि जनवरी में पीटी परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा और अप्रैल में मुख्य परीक्षा कराई जाएगी।

आयोग ने अभ्यर्थियों को आंदोलन छोड़कर मुख्य परीक्षा की तैयारी में जुट जाने को कहा है, वहीं दूसरी तरफ़ अभ्यर्थी रीएग्जाम की मांग पर अड़े हुए हैं। आज गांधी मैदान में भी अभ्यर्थियों ने एक ही मांग रीएग्ज़ाम नारा लगाया और सरकार से रीएग्ज़ाम कराने की मांग की। इस पूरे मामले पर अब तक सीएम नीतीश कुमार का कोई बयान नहीं आया है। बता दें कि सीएम नीतीश कुमार दिल्ली गए हुए हैं। दिल्ली में जब नीतीश कुमार से पत्रकारों ने बिहार में बीपीएससी परीक्षा रद्द कर रीएग्ज़ाम कराने की मांग को लेकर जारी आंदोलन के बारे में सवाल किया, तो सीएम ने कुछ भी नहीं कहा और चुपचाप कार में बैठकर चले गए और इधर देर रात छात्रों पर लाठी चार्ज कर दिया गया। इससे छात्र-छात्राओं और उनके परिजनों में भारी आक्रोश है। अब देखना यह है कि यह पूरा मामला किस ओर मोड़ लेता है।

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