सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में जमीन सर्वे के दौरान भोजपुर जिले से सनसनीखेज मामला सामने आया है. देश विभाजन के समय पाकिस्तान गए एक शख्स की जमीन पर अवैध कब्जा का मामला सामने आया है. मामला सामने आने के हाद एडीएम मनोज कुमार झा ने फर्जी जमाबंदी रद्द कर दी है और जमीन को सरकारी संपत्ति घोषित करने का आदेश दिया है. दरअसल, पूरा मामला भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड के गुंडी मौजा का है. थाना नंबर 57, खाता संख्या 2189, खेसरा संख्या 6542 में 68 डिसमिल जमीन है.इस जमीन की जमाबंदी नथुनी सिंह पिता किशन देव सिंह के नाम पर कर दी गई थी. आज के समय में यह जमीन बहुत महंगी है.
यह मामला वाद संख्या 12/2021 के तहत एडीएम कोर्ट में चल रहा था. इसमें बड़हरा अंचलाधिकारी बनाम महेंद्र सिंह केस दर्ज था. सुनवाई के दौरान पता चला कि 1947 में विभाजन के समय इस जमीन के असली मालिक पाकिस्तान चले गए थे. उनके यहां कोई वारिस भी नहीं था. इसके बावजूद महेंद्र सिंह के पूर्वजों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन पर कब्जा कर लिया.उन्होंने किसी को अपना वारिस बताया और जमीन की रजिस्ट्री करा ली.बाद में इसी रजिस्ट्री के आधार पर जमाबंदी भी करा ली गई.मई 2024 में बड़हरा अंचलाधिकारी रिंकू यादव और आरा सदर डीसीएलआर श्वेता मिश्रा ने जमीन की जांच की. जांच में पता चला कि करोड़ों की जमीन की जमाबंदी बिना किसी आदेश के नथुनी सिंह के नाम पर कर दी गई है.
Comments are closed.