सिटी पोस्ट लाइव :कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू के तीन राज्यों झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के 10 ठिकानों पर छापेमारी के दौरान आयकर विभाग की टीम ने करोड़ों रुपये कैश जब्त किया है. अब तक 100 करोड़ रुपये से अधिक की गिनती हो चुकी हैं. लेकिन गिनती पूरी होने के अभी दो दिन का और वक्त लग सकता है. आयकर विभाग की टीम ने नोटों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात कराया है. नोटों से भरे सबसे अधिक अलमारी ओडिशा के बलांगीर में मिले हैं. आयकर विभाग के अनुसार यह देश में कानूनी तरीके से जब्त की जाने वाली सबसे बड़ी नकदी होने का अनुमान है.
कांग्रेस सांसद धीरज प्रसाद साहू के रिश्तेदारों के नाम ओडिशा में शराब का बड़ा कारोबार है. बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज मूल रूप से झारखंड के लोहरदगा जिले की है. इस कंपनी ने 40 साल पहले ओडिशा में देशी शराब बनानी शुरू की थी. कंपनी की बौद्ध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) की साझेदारी फर्म है. इसी कंपनी की बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, क्वालिटी बॉटलर्स प्राइवेट लिमिटेड और किशोर प्रसाद विजय प्रसाद बेवरेज प्राइवेट लिमिटेड भी है.बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज में सांसद धीरज प्रसाद साहू के अलावा उनके परिवार के कई सदस्य शामिल हैं.
धीरज साहू तीसरीबार राज्यसभा सांसद बने हैं. वे चतरा लोकसभा सीट से दो बार कांग्रेस के टिकट चुनाव भी लड़ चुके हैं, लेकिन सफलता नहीं मिली. धीरज साहू तीन बार से लगातार राज्यसभा सांसद है. पहली बार वे जून 2009 के उपचुनाव में राज्यसभा सांसद बने थे. इसके बाद जुलाई 2010 में दूसरी बार और 2018 में तीसरी बार राज्यसभा पहुंचे. वे संसद की कई समितियों के सदस्य रहे हैं.राज्यसभा चुनाव के दौरान वर्ष 2018 में धीरज प्रसाद साहू ने जो शपथ पत्र चुनाव आयोग को दिया था, उसमें अपनी संपत्ति 34 करोड़ रुपये बताई थी. उन्होंने खुद पर 2.36 करोड़ रुपये का कर्ज भी घोषित किया था. जबकि वित्त वर्ष 2016-17 के इनकप टैक्स रिटर्न में उन्होंने अपनी आमदनी 1 करोड़ रुपये से अधिक बताई थी.