सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में जेडीयू के नेता से लेकर कार्यकर्ता तक सड़क कर उतर कर बीजेपी का पोल खोल अभियान शुरु करने जा रहे हैं.आज शुक्रवार यानी 1 सितंबर से जातिगत गणना को लेकर बीजेपी के खिलाफ पोल खोल अभियान चलाने जा रही है. जेडीयू नेता कार्यकर्त्ता राज्यभर में लोगों के बीच जाकर ये संदेश देने की कोशिश करेगें कि बीजेपी और केंद्र सरकार जातिगत गणना का विरोध कर रही है.
JDU के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जाति आधारित गणना रोकने की साजिश रची जा रही है. इस मुद्दे के साथ-साथ केंद्र सरकार की अन्य जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जनता दल (यू0) तीन चरणों में राज्यव्यापी ‘‘पोल खोल’’ अभियान चलाएगी, जिसके प्रथम चरण का आगाज आज शुक्रवार यानि एक सितंबर से होने जा रहा है.उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत पटना सहित बिहार के तमाम जिला मुख्यालय से मशाल जुलूस एवं कैंडल मार्च निकाला जाएगा, जिसमें पार्टी के कई वरिष्ठ नेतागण, जिला के पदाधिकारी एवं कार्यकर्तागण सैकड़ों की संख्या में मौजूद रहेंगे.
1 से 5 सितंबर तक चलने वाले प्रथम चरण में सभी जिला मुख्यालयों में मशाल जुलूस एवं कैंडल मार्च निकाला जाएगा. दूसरे चरण में 7 से 12 सितंबर तक प्रखंड मुख्यालयों में मशाल जुलूस एवं कैंडल मार्च का आयोजन किया जाएगा एवं तीसरे यानी अंतिम चरण में 15 से 20 सितंबर तक पार्टी के सभी पदाधिकारीगण अपने-अपने घरों में काला झंडा लगाकर मौजूदा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे.
जेडीयू के पोल खोल अभियान पर बीजेपी ने चुटकी लेते हुए कहा कि जातिगत गणना के मुद्दे पर जब महागठबंधन की सरकार की दाल नहीं गली तो अब जनता को बरगलाने की कोशिश कर रहे है. बीजेपी शुरू से ही जातिगत गणना की हिमायती रही है और बीजेपी ने दो-दो बार जातिगत गणना को लेकर अपना पूरा समर्थन दिया था. अब जब जेडीयू को इस मुद्दे पर जाति का कार्ड खेलने का मौक़ा नहीं मिला तो इस तरह की ओछी राजनीति कर रही है.