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JDU एमएलसी गुलाम ने वक्फ बिल का किया विरोध.

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सिटी पोस्ट लाइव : एनडीए के घटक दल जहां वक्फ संशोधन बिल इसका खुलकर समर्थन कर रहे हैं, वही इंडिया गठबंधन के दल इसका विरोध कर रहे हैं. बिल को जेपीसी को भेजा जाएगा. लोकसभा में वक्फ बिल पर जेडीयू ने समर्थन जताया पर लेकिन अब पार्टी के भीतर ही दरार देखने को मिल रही है. एक तरफ ललन सिंह ने बिल के जरिये किए जा रहे संशोधन को जरूरत बताया है और फायदेमंद करारा दिया है वहीं जेडीयू के एमएलसी गुलाम गौस ने इसका तीखा विरोध किया है. जेडीयू एमएलसी गुलाम गौस ने वक्फ पर लाए जा रहे संशोधन बिल पर तीखा विरोध दर्ज कराते हुए कहा है कि बीजेपी सरकार हमेशा मुसलमानों के खिलाफ ही कार्य करती आई है. यह बिल वक्फ के जमीन को छीनने की कोशिश है.

एमएलसी गुलाम गौस ने कहा कि वक्फ के पास जो जमीन है, उससे मुसलमानों की भलाई के लिए कई कार्यक्रम चलाए जाते हैं. आज बिहार में वक्फ के जमीन पर कई आवासीय विद्यालय बनाए गए हैं, जहां छात्र पढ़ते हैं. केंद्र सरकार ने पहले मौलाना आजाद फाउंडेशन का स्कॉलरशिप बंद किया, उसके बाद अल्पसंख्यकों के लिए बजट में कटौती की. मुस्लामानों के लिए केंद्र सरकार ने पहले तीन तलाक, घर वापसी, जैसे नियम बनाए. सिर्फ मुसलमानो में ही सुधार की जरूरत नहीं है. देशभर में 7 लाख एकड़ वक्फ की भूमि पर केंद्र की गिद्ध नजर लगी हुई है.

जेडीयू एमएलसी गौस ने बिल का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है. गौस ने बताया कि नीतीश कुमार ने मुसलमानों के लिए बिहार में कई बड़े काम किए हैं. मुझे उम्मीद है कि इस मामले में नीतीश कुमार सुनेंगे. एक तरफ जहां बिल का जेडीयू के भीतर विरोध शुरू हो गया है, वहीं लोकसभा सांसद ललन सिंह ने बिल का खुलकर समर्थन जताया है. ललन सिंह ने लोकसभा में समर्थन जताते हुए अपने तर्क दिए. सिंह ने कहा कि यहां मंदिर, गुरुद्वारे का उदाहरण दिया जा रहा है. मंदिर और गुरुद्वारे धार्मिक स्थल हैं लेकिन वक्फ बोर्ड एक संस्था है. ये धार्मिक स्थल नहीं है. भले ही सरकार धर्म में दखल न दे, लेकिन किसी संस्थान में करप्शन हो तो फिर सरकार दखल क्यों नहीं दे सकती. सिंह ने कांग्रेस पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि अल्पसंख्यकों की बात करते हैं तो सिखों की हत्याएं किसके दौर में हुईं? जानकारी के मुताबिक इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुस्लिम नेताओं के साथ बैठक कर एक राय रखने पर चर्चा कर सकते हैं. मान जा रहा है कि इस बैठक में मंत्री जमा खान सहित जेडीयू के अन्य मुस्लिम नेता शामिल होंगे.

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