सिटी पोस्ट लाइव
पटना: तिरहुत स्नातक उपचुनाव (विधान परिषद) में मिली करारी शिकस्त के बाद जदयू प्रत्याशी अभिषेक झा ने सिटी पोस्ट लाइव से हार की वजहों पर विस्तार से बात की। इस बातचीत में अभिषेक झा ने कहा कि मैं उन सब को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मेरी पीठ में खंज़र घोंपा और मुझे हराने के लिए काम किया।
अभिषेक झा ने पूर्व सांसद आनंद मोहन के उस आरोप का भी खुलकर जवाब दिया जिसमें आनंद मोहन ने सिटी पोस्ट लाइव से खास बातचीत में कहा था कि तिरहुत क्षेत्र में पांच राजपूत विधायक हैं और दो सांसद हैं, लेकिन चुनाव के दौरान किसी को नहीं पूछा गया। आनंद मोहन ने कहा था कि मैं भी पूर्व सांसद हूं, मेरी पत्नी लवली आनंद सांसद हैं, बेटे चेतन आनंद विधायक हैं, लेकिन किसी को बैनर-पोस्टर में जगह तक नहीं दी गई। किसी से चुनाव प्रचार के लिए संपर्क नहीं किया गया।
अभिषेक झा ने आनंद मोहन के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि ये आरोप सही नहीं हैं। मैंने खुद सबसे संपर्क किया था। बात की थी। अभिषेक झा ने कहा कि मैं हार से हताश नहीं हूं। अभिषेक झा ने करारा तंज कसते हुए कहा कि पार्टी के जिन लोगों ने विश्वासघात किया और मुझे हराने के लिए काम किया, उन सबका भी मैं धन्यवाद देता हूं। इस हार से मुझे काफी कुछ सीखने को मिला है।
अभिषेक झा ने आनंद मोहन के राजपूतों को कोई बंधुआ मज़दूर न समझे। हम फ़ैसला लेने के लिए स्वतंत्र वाले बयान पर कहा कि मेरी पार्टी किसी जाति विशेष की राजनीति नहीं करती। अभिषेक झा ने कहा कि इस हार का पार्टी पर या सीएम नीतीश कुमार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अभिषेक ने कहा कि भविष्य में पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेवारी देंगे, वे उसे पूरी मेहनत से निभाएंगे। 32 वर्ष की उम्र में बिना किसी राजनीतिक बैकग्राउंड के पार्टी ने मुझे मौका दिया, इसके लिए मैं पार्टी का आभारी हूं।