जनसुराज ने सीएम नीतीश का जलाया पुतला

Manshi Sah

सिटी पोस्ट लाइव

बेगूसराय: बीपीएससी प्रश्न पत्र लीक और छात्रों पर पुलिस द्वारा किए गए अत्याचारों के खिलाफ जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आज बेगूसराय में विरोध प्रदर्शन किया। विरोध स्वरूप मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला जलाया गया और सरकार के खिलाफ कड़ी निंदा की गई। इस दौरान आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि छात्रों की मांगें पूरी नहीं होतीं, तो 2025 के विधानसभा चुनाव में इसका खामियाजा बिहार सरकार को भुगतना पड़ेगा।

आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया कि बिहार में “डबल इंजन” की सरकार असफल साबित हो चुकी है। उनकी मांग है कि बीपीएससी परीक्षा रद्द की जाए और मृतक छात्र के परिवार को मुआवजा दिया जाए। इस दौरान कुछ छात्रों ने बताया कि पुलिस की बर्बरता ने उन्हें निराश और गुस्से से भर दिया है। एक छात्रा ने कहा, “हमारी आवाज को दबाया जा रहा है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। हम न्याय की लड़ाई जारी रखेंगे।”

जन सुराज पार्टी के नेता रंजन चौधरी ने कहा कि,”सरकार ने बीपीएससी परीक्षा में भ्रष्टाचार की अनदेखी की और छात्रों पर बर्बरता का व्यवहार किया। यह तानाशाही सरकार अब बिल्कुल नाकाम हो चुकी है।” उन्होंने आगे कहा कि अगर सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते, तो अगले चुनावों में इसका परिणाम गंभीर होगा।

इस आंदोलन में छात्रों ने अपनी जान की भी कीमत चुकाई, लेकिन उनकी आवाज को सरकार ने अनसुना कर दिया।आंदोलनकारियों का कहना है कि जब तक बीपीएससी परीक्षा रद्द नहीं होती और मृतक छात्र के परिवार को मुआवजा नहीं मिलता, उनका संघर्ष जारी रहेगा।

अभ्यार्थियों का कहना है कि, “हमारे साथी की जान चली गई, और सरकार ने हम पर लाठियां बरसाईं। क्या यह लोकतंत्र है? क्या हम अपने अधिकारों के लिए आवाज नहीं उठा सकते?” एक छात्रा ने आक्रोशित होते हुए कहा,”हम सभी एकजुट हैं, और जब तक न्याय नहीं मिलता, हम चुप नहीं बैठेंगे।”

यह विरोध प्रदर्शन अब सिर्फ छात्रों का नहीं रहा, बल्कि बिहार के विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के लोग भी आंदोलन में शामिल हो गए हैं। सभी का एक ही दावा है,”छात्रों के अधिकारों का हनन नहीं सहा जाएगा!” यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक बिहार सरकार छात्रों के खिलाफ किए गए अत्याचारों पर सफाई नहीं देती और उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं।

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