सिटी पोस्ट लाइव : कांग्रेस के अंदर भी राहुल l गांधी के नाम पर सहमती नहीं बन पा रही है.कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि इंडिया मोर्चे के लिए आगामी लोकसभा चुनावों में किसी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं बनाया जाना चाहिए.चुनाव चेहरों पर नहीं बल्कि मुद्दों पर लड़ा जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘मेरी राय है कि मोर्चा चुनावों के बाद ही इस पर चर्चा करे कि प्रधानमंत्री कौन बनना चाहिए.
‘ थरूर ने पत्रकारों से कहा, यह भी कहा कि भारत मोर्चा आगे बढ़ रहा है और तेजी से उभर रहा है. हाल ही में सीडब्ल्यूसी सदस्य बने थरूर ने कहा, ‘मैं पार्टी को जहां भी उपयोगी लगे, समिति में और समिति के बाहर भी योगदान करने की उम्मीद करता हूं. हमारे लिए अब, मुझे लगता है कि तत्काल ध्यान, तत्काल प्राथमिकता 2024 के चुनावों या शायद उससे भी पहले की होनी चाहिए.’
उन्होंने कहा कि जल्द चुनाव भी हो सकते हैं. लेकिन जो भी हो, हमें भारत के लोगों का सामना करने और उनके लिए सत्ता वापस लेने के लिए तैयार रहना होगा. उन्होंने कई समान विचारधारा वाले नेताओं के समर्थन से एआईसीसी अध्यक्ष चुनाव लड़ा था. मैं दृढ़ता से मानता हूं कि मैं चुनाव के दौरान प्राप्त सभी समर्थन के कारण सीडब्ल्यूसी सदस्य बन गया.शशि थरूर ने नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के प्रस्ताव की आलोचना करते हुए कहा कि ऐसा कोई व्यावहारिक तरीका नहीं है जिससे ऐसी प्रणाली लागू की जा सके. उन्होंने कहा कि सरकार की एक राष्ट्र, एक चुनाव पहल संसदीय लोकतंत्र पर आधारित मौजूदा प्रणाली के खिलाफ होगी, जहां सदन में बहुमत खोने पर पार्टियां सत्ता में बनी नहीं रह सकती हैं.
शशि थरूर ने केंद्र सरकार पर सीमा पर चीनी आक्रामकता को रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया. इस मामले में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला करते हुए थरूर ने कहा कि जब तक यह कहकर लोगों को धोखा देना बंद नहीं किया जाता कि चीन ने कुछ नहीं किया है और कोई बदलाव नहीं हुआ है, तो देश को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है.चीन के हाथों अपना महत्वपूर्ण क्षेत्र खोने का खतरा है.