सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के ग्रामीण ईलाकों के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पहचान कर उन्हें बड़ा मैदान देने के लिए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन IPL की तर्ज पर रूरल लीग कराने जा रहा है.एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी ने बताया कि बिहार रूरल लीग(BRL) के जरिए खिलाड़ियों को अपना भविष्य बेहतर बनाने, प्रतिभा निखारने और अपने आप को स्थापित करने का मौका मिलेगा.टूर्नामेंट नॉकआउट होगा. सभी जिलों में 16-16 टीमों का गठन किया जाएगा. जिसे चार ग्रुप में बांटा जाएगा;
राकेश तिवारी ने बताया कि हर जिले में 15 मैच होंगे. 8 लीग, 4 क्वार्टर फाइनल, 2 सेमीफाइनल और 1फाइनल मैच खेला जाएगा. सभी 38 जिलों में कुल 570 मुकाबले होंगे. फाइनल मैच में एक सेलिब्रिटी, एक स्टार क्रिकेटर और एक-एक ब्रांड एम्बेसडर शामिल होंगे.इस आयोजन पर करीब पंद्रह करोड़ रुपये खर्च होगें.एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी ने आगे कहा कि रूरल लीग में खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर जिला स्तरीय टीम बनाई जाएगी. रूरल लीग के जरिए वैसे प्रतिभावान खिलाड़ी, जिन्हें अब तक बिहार क्रिकेट संघ या जिला क्रिकेट संघ में खेलने का मौका नहीं मिला है. वैसे खिलाड़ियों को इस लीग में खेलने का अवसर मिलेगा.
लेकिन बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की इस पहल को राजनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है.गौरतलब है कि खेल के जरिये युवाओं को सरकार से जोड़ने के लिए बिहार सरकार खेल पर खूब खर्च कर रही है.लगातार खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन हो रहा है. इसका मकसद आगामी विधान सभा चुनाव से युवाओं को जोड़ना है. बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के जरिये बीजेपी भी युवाओं को पार्टी से जोड़ना चाहती है.गौरतलब है कि राकेश तिवारी बीजेपी के नेता हैं.वो क्रिकेट के जरिये ग्रामीण ईलाकों के युवाओं को पार्टी से जोड़ना चाहते हैं.