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पटना: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने तेजस्वी यादव द्वारा 2025 में सत्ता में आने पर महिलाओं को ₹2500 देने की योजना की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव राजनीतिक रूप से बेरोजगार हो चुके हैं और इसलिए वह रोजगार की तलाश में यहां-वहां भटक रहे हैं। पांडे ने यह भी कहा कि अब उन्हें बिहार की माताओं और बहनों की याद आ रही है, जो पहले कभी नहीं आई।
मंगल पांडे ने यह भी याद दिलाया कि हाल ही में लालू प्रसाद यादव ने बिहार की महिलाओं के लिए कुछ कहा था, लेकिन यह सब एक रणनीति थी ताकि वे महिलाओं को प्रलोभन देकर उनका वोट ले सकें। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बिहार की महिलाएं, उनके परिवार और उनकी पार्टी के बारे में सब कुछ जानती हैं और उन्हें अब यह किसी भी तरह से प्रभावित नहीं किया जा सकता।
पांडे ने तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह खुद भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं और अभी बेल पर हैं, जबकि उनके पिता भी भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल जा चुके हैं। पांडे ने कहा कि बिहार की जनता इन सब बातों को भूली नहीं है, और इसलिए तेजस्वी यादव को कोई फायदा होने वाला नहीं है। बीपीएससी परीक्षा में छात्रों द्वारा हंगामा और परीक्षा न देने पर पांडे ने कहा कि यह सब सुनियोजित था। प्रशासन इसकी जांच कर रही है, और जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस पार्टी के बारे में बात करते हुए, पांडे ने कहा कि यह पार्टी संविधान की बात करती है, लेकिन वही पार्टी सत्ता में रहते हुए संविधान की धज्जियां उड़ाती रही है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश संविधान के तहत चल रहा है और विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
वहीं कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम के दौरान तेजस्वी यादव ने सहरसा में प्रेस कांफ्रेंस में कई मुद्दों पर अपनी राय रखी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री को जनता से मिलने के लिए दो अरब रुपये खर्च करने की क्या जरूरत थी, जबकि उस पैसों से गरीबों की भलाई हो सकती थी। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार राज्य को विशेष राज्य का दर्जा न मिलने के बावजूद प्रधानमंत्री बिहार के वोट से चुनाव जीतते हैं।