गुरु रहमान ने पीएम मोदी को खून से लिखा पत्र, री-एग्जाम की मांग में बढ़ी नाराजगी

Manisha Kumari

सिटी पोस्ट लाइव

पटना: बिहार में बीपीएससी री-एग्जाम को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मुद्दे पर अब बिहार के प्रसिद्ध शिक्षक गुरु रहमान ने एक बेहद चौंकाने वाली कार्रवाई की है। उन्होंने अपना हाथ काटकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्यपाल, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को खून से पत्र लिखा है। इस पत्र के माध्यम से गुरु रहमान ने स्पष्ट रूप से कहा कि बीपीएससी का री-एग्जाम कराना अब अपरिहार्य हो चुका है।

राहुल गांधी ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें बीपीएससी अभ्यर्थी अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए नजर आए। अभ्यर्थियों ने कहा कि री-एग्जाम को लेकर सरकार कोई न्याय नहीं कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीपीएससी के दौरान हुई धांधली और अनियमितताओं पर सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। छात्राओं ने गांधी मैदान में हुई पुलिस लाठीचार्ज का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदर्शन के दौरान पुरुष पुलिसकर्मियों ने छात्राएं पर भी बर्बरता दिखाई। उन्होंने राहुल से इस मुद्दे को संसद में उठाने की मांग किये। अभ्यर्थियों ने बताया कि गर्दनीबाग में धरना प्रर्दशन किया, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि बीपीएससी परीक्षा में धांधली, पेपर लीक, नॉर्मलाइजेशन और स्केलिंग जैसे गंभीर मुद्दों को अनदेखा किया जा रहा है, अभ्यर्थी निराश हैं और न्याय की उम्मीद में संघर्ष कर रहे हैं।

यहां तक कि इससे पहले बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में प्रशांत किशोर भी धरना-प्रदर्शन कर चुके थे। गांधी मैदान से प्रशांत किशोर के जाने के बाद पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया और पानी की बौछार भी की। इस दौरान कई अभ्यर्थी घायल हो गए और उन्हें पीएमसीएच में भर्ती करना पड़ा। इसके बाद प्रशांत किशोर ने “बीपीएससी री-एग्जाम फॉर ऑल” को लेकर अमरण अनशन किया था। जिसका कोई खास परिणाम निकलकर नहीं आया! गुरु रहमान द्वारा खून से लिखे गए पत्र पर अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। सवाल उठ रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्यपाल, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री इस पत्र पर क्या प्रतिक्रिया देंगे! क्या इस संकटपूर्ण स्थिति में सरकार अभ्यर्थियों की मांगों को गंभीरता से लेगी!

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