सिटी पोस्ट लाइव
हजारीबाग। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के निर्देश और डीजीपी अनुराग गुप्ता के नेतृत्व में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। झारखंड के 23 जिला में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सुबह के 11:00 बजे से फरियादी कार्यक्रम स्थल हजारीबाग के नया समाहरणालय परिसर पहुंचते हुए देखे गए। हजारीबाग में भी कई फरियादी कार्यक्रम स्थल पर आवेदन लेकर पहुंचे पुलिस महानिरीक्षक ए विजयलक्ष्मी के उपस्थिति में जिले भर के वरीय पदाधिकारी इस कार्यक्रम में शामिल हुए जहां फरियादी अपनी समस्या लेकर हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह से मुलाकात कर उन्हें आवेदन दिया।
इस दौरान सभी के आवेदन सूचीबद्ध भी किये गए ताकि निर्धारित समय पर समस्या का समाधान किया जा सके। वहीं कई मामलों का आॅन स्पॉट समाधान भी किया गया। इस कार्यक्रम की सब खूबसूरती उसे वक्त देखी जब पति-पत्नी की समस्या का समाधान आॅन स्पॉट कर दिया गया। पदाधिकारी ने पति-पत्नी दोनों से अलग-अलग वार्ता किया। फिर दोनों को एक साथ बैठा कर काउंसिलिंग की गई। पति पत्नी अपनी समस्या का समाधान कर एक साथ रहने को राजी हो गए।
वही एक दिव्यांग फरियादी को उनके परिजनों ने आॅटो से लेकर शिविर में पहुंच गए। पदाधिकारियों ने तत्काल संज्ञान लिया। मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ था। ऐसे में फाइल संबंधित पदाधिकारी को अग्रसारित किया जाएगा। परिजनों का कहना है कि दिव्यांग होने के कारण आसपास के लोग इनकी जमीन अवैध रूप से कब्जा कर रहे हैं। कई बार पदाधिकारी को आवेदन भी दिया गया लेकिन किसी ने भी संज्ञान नहीं लिया। जन शिकायत समस्या समाधान के बारे में जानकारी मिली थी इस कारण आवेदन लेकर पहुंचा हू। परिजन का कहना है कि वह दृष्टिहीन है इस कारण आसपास के दबंग लोग फायदा उठा रहे हैं। हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह ने कहा दूसरी बार जन शिकायत समस्या समाधान कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि आज के कार्यक्रम में कुल 174 मामले आए हैं जिसमें 27 का त्वरित निष्पादन किया गया है शेष 147को सूचीबद्ध करते हुए अग्रेत्तर कारवाई के लिए संबंधित थाना को भेजा गया है पिछले बार भी हजारीबाग में लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला था। 400 से अधिक आवेदन मिले थे. जिनमें अधिकतर समस्या का समाधान कर दिया गया ’ उन्होंने कहा कि इस तरह के शिविर से आम जनता को यह लाभ मिलता है. एक ही मंच पर जिले के सभी वरीय पदाधिकारी मिल जाते हैं. फरियादी अपनी समस्या को रख पाते हैं।