प्रशांत किशोर के करीबी के ख़िलाफ़ ईओयू की रेड

Deepak Sharma

सिटी पोस्ट लाइव

पटना: बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द कर रीएग्ज़ाम लेने समेत कई मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर के करीबी नीरज कुमार सिंह के खिलाफ़ बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने छापेमारी की है। कई जानकार लोगों का कहना है कि प्रशांत किशोर पर दबाव बनाने के लिए उनके करीबी को निशाना बनाया गया है, तो दूसरे लोगों को कहना है कि इसे प्रशांत किशोर के आंदोलन से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।

नीरज कुमार सिंह मोतिहारी के पतौरा के रहने वाले हैं। वे एक बड़े जमीन कारोबारी और ईंट भट्ठा मालिक हैं। शनिवार सुबह आर्थिक अपराध इकाई की टीम जब नीरज कुमार सिंह के ठिकाने पर पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया। इसके बाद सोशल मीडिया पर नीरज कुमार सिंह की प्रशांत किशोर के साथ की तस्वीर भी वायरल होने लगी और कहा जाने लगा कि नीरज को प्रशांत किशोर के करीबी होने की वजह से निशान बनाया गया है।

जन सुराज के संस्थापक सदस्यों में एक हैं नीरज
नीरज कुमार सिंह जन सुराज पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं और वे प्रशांत किशोर के करीबी माने जाते हैं। नीरज को शिवहर विधानसभा सीट से जन सुराज का संभावित उम्मीदवार माना जा रहा है।

बेउर जेल और नीरज के बीच है कनेक्शन
पिछले कुछ समय से बेउर जेल के अधीक्षक विधु कुमार के खिलाफ भी आय से अधिक संपत्ति रखने का मामला चल रहा था। आर्थिक अपराध इकाई ने विधु कुमार के ठिकाने पर भी छापेमारी की। जांच में पता चला कि जब विधु कुमार मोतिहारी में जेल अधीक्षक थे, तो उनकी नीरज कुमार सिंह से जान-पहचान हुई थी। इस रिश्ते के बाद नीरज धीरे-धीरे जेल अधीक्षक के करीबी बन गए। जैसे ही विधु कुमार पर आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप लगा, जांच के दौरान नीरज कुमार सिंह का नाम भी सामने आ गया।

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