सिटी पोस्ट लाइव : राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ ‘सबूत गढ़ने का आरोप लगाया है.उनके अनुसार ईडी इस मामले में एक ‘अपराधी’ को मुख्य गवाह बना रही है.सुप्रीम कोर्ट में में सोरेन का पक्ष रखनेवले सिब्बल ने कहा, ‘इस देश में क्या हो रहा है? भानु प्रताप और हेमंत सोरेन के बीच कोई लेनदेन, संबंध, टेलीफोन पर बातचीत या मुलाकात नहीं हुई है. उन्होंने (ईडी) किस आधार पर हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया है?’सिब्बल ने कहा कि ईडी ने पहले प्रताप को हिरासत में नहीं लिया, क्योंकि वे हेमंत सोरेन को हिरासत में लेना चाहते थे और फिर पेशी वारंट लेकर प्रताप से कहलवाना चाहते थे कि ‘हेमंत शामिल है’.सिब्बल ने कहा कि अब प्रताप को पुलिस हिरासत में लिया जाएगा और सोरेन को ‘फंसाने’ की कोशिश की जाएगी.
उन्होंने कहा, ‘आप कहते हैं कि अप्रैल 2023 में आपको पता था कि हेमंत शामिल है, लेकिन आपने इस बारे में भानु प्रताप से कोई पूछताछ नहीं की, उसे पुलिस हिरासत में नहीं लिया. अब वे हिरासत में लेंगे और हेमंत को फंसाएंगे।’उन्होंने कहा कि ईडी इस मामले में एक ‘अपराधी’ को मुख्य गवाह बना रही है.यह पूछे जाने पर कि क्या उनका मतलब यह है कि जांच एजेंसी सोरेन के खिलाफ सबूत गढ़ रही है, सिब्बल ने कहा, ‘यह उनका काम है’. उन्होंने कहा, ‘लोगों को फंसाने की कोशिश करना, सरकारों को अस्थिर करना और यह सुनिश्चित करना कि मौजूदा मुख्यमंत्रियों पर मनगढ़ंत सबूतों के आधार पर आरोप लगाए जाएं, इस संगठन (ईडी) की यही विश्वसनीयता है.
उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विपक्षी नेताओं को निशाना बनाना चाहती है, उन्हें सत्ता से हटाना चाहती है और 2024 के चुनावों में प्रचार करने से रोकना चाहती है।सिब्बल ने कहा, ‘वे डर की राजनीति करना चाहते हैं और सत्ता में लौटने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग करना चाहते हैं.’