बढ़ा कोरोना का खतरा, बिहार में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट.
कोविड के नए वैरिएंट से निपटने की तैयारी शुरू. आरटी-पीसीआर जांच बढ़ाने का आदेश जारी.
सिटी पोस्ट लाइव : देश में कोविड के नए वैरिएंट को लेकर केंद्र सरकार अलर्ट मोड में आ गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये राज्यों के साथ समीक्षा की. उन्होंने कोविड से निपटने के लिए राज्य सरकारों को निर्देश दिया.उन्होंने कहा कि स्वयं आकलन कर हर तीन महीने पर मॉक ड्रिल करनी चाहिए. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी श्रेणी के अस्पतालों में कोविड के नए वैरिएंट से निपटने की सभी तैयारी रखें और सर्विलांस में तेजी लाएं. जनता के बीच कोविड के नए वैरिएंट का प्रचार-प्रसार भी कराएं, ताकि लोग जागरूक हो सकें.
मंत्री ने कहा कि घबराने जैसी कोई बात नहीं है. उन्होंने बिहार समेत सभी राज्यों को भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार हर प्रकार की मदद के लिए पूरी तरह से तैयार है.मंत्री के स्तर पर हुई समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव व सचिव के साथ राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी व अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे. बैठक के बाद स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार सिंह ने बताया कि नए वैरिएंट को देखते हुए अस्पतालों को आरटीपीसीआर जांच बढ़ाने का निर्देश दिए गए हैं.
सभी प्रकार के एंफ्लुएंजा रोगियों की जांच को भी कहा गया है. आरटीपीसीआर में सीटी वैल्यू कम आने पर जीनोम सिक्वेंसिंग कराने का निर्देश दिया गया है.प्रदेश में गत सात-आठ माह से कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया है. ऐसे में देश के कई राज्यों में फैल चुके कोरोना के नए वैरियंट जेएन-1 के बाहर से ही आने की आशंका है. स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल आने वाले सर्दी खांसी, बुखार यानी एनफ्लुएंजा लाइक इलनेस (आइएलआइ) या सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (एसएआरआइ) के लक्षण वाले स्थानीय रोगियों की जांच के निर्देश दिए हैं.
बुधवार को सिविल सर्जन डा. श्रवण कुमार ने कहा कि अन्य राज्यों से आने वालों की स्क्रीनिंग अभी नहीं कराई जा रही है.एनएमसीएच में मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डा. अजय कुमार सिन्हा ने कहा कि देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ी है. इसमें भी केरल, गोवा, मुंबई जैसे राज्यों में इनकी संख्या ज्यादा है क्योंकि वहां बाहर से आने वालों की संख्या ज्यादा है.ऐसे में अन्य राज्यों से आ रहे ऐसे लोग जो सर्दी-खांसी, जुकाम, बुखार आदि से पीड़ित हों इनकी जांच की जानी चाहिए.
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