सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में 2024 के लोक सभा चुनाव को लेकर तमाम दल तैयारी में जुट गये हैं.हम पार्टी के नेता जीतन राम मांझी कोआर्डिनेशन कमिटी नहीं बनाए जाने को लेकर कईबार नाराजगी जाता चुके हैं.कहीं इसी को बहाना बनाकर वो महागठबंधन से अलग ना हो जाएँ, महागठबंधन में शामिल सभी दलों की बैठक हुई है. पटना में राजद कार्यालय में महागठबंधन की महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें ये तय किया गया कि आने वाले लोकसभा चुनाव के साथ साथ केंद्र विरोधी मुद्दों को लेकर महागठबंधन संयुक्त रूप से आंदोलन करेगा. इसके लिए प्रखंड से लेकर राज्य स्तर तक प्रदर्शन किया जाएगा. इसके लिएकॉर्डिनेशन कमिटी बनाई जाएगी जिसकी जानकारी प्रेस वार्ता में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने दी.
उमेश कुशवाहा जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए कहा कि महागठबंधन ने तय किया है कि 15 जून को महागठबंधन प्रखंड स्तर पर केंद्र सरकार के कई नीति के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेगा. इसमें बेरोजगारी, महंगाई और जातिगत गणना के के मुद्दे शामिल हैं. शुरुआत प्रखंड स्तर से होगी. प्रखंड स्तर के बाद जिला स्तर पर प्रदर्शन होगा और फिर पूरे बिहार में ऐसे प्रदर्शन शुरू हो जाएंगे. वहीं, महागठबंधन की बैठक में बागेश्वर बाबा की भी चर्चा हुई और ये बताया गया कि बाबा के जरिए हिंदू राष्ट्र बनाने की साजिश हो रही है. बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रस्ताव भी भेजने की तैयारी कि बात कही गई.
बैठक में कांग्रेस नेता अशोक राम ने कहा केंद्र सरकार के खिलाफ महागठबंधन एक साथ आंदोलन करेगा जिससे आंदोलन और तेज होगा. वहीं सीपीआई के राम नरेश पांडेय ने कहा कि पूरे बिहार मे 15 जून को प्रदर्शन होगा और 9 साल की विफलता को लेकर ‘भाजपा हटाओ, नया भारत बनाओ’ की शुरुआत भी होगी.बैठक की अगुवाई कर रहे राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि 15 जून से महागठबंधन केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेगा. देश की स्थिति बहुत खतरनाक स्थिति में पहुंच गई है.
बीजेपी प्रवक्ता राम सागर सिंह महागठबंधन की कवायद पर चुटकी लेते हुए कहते हैं कि सारे भ्रष्टाचारी एक साथ जुट रहे हैं. कुछ भी कर ले बिहार और देश कि जनता सब देख रही है समय आने पर उनका हिसाब कर देगी.बहरहाल, महागठबंधन की बैठक में तय एजेंडे से साफ है बीजेपी के खिलाफ एकजुट हो बड़ी तैयारी शुरू कर दी गई है. खासकर ये तब हो रहा है जब 12 जून को पटना में बीजेपी विरोधी दलों की बड़ी बैठक होने वाली है जिस पर बिहार के साथ साथ देश की सियासत की नजर है, यानी बिहार में राजनीतिक हलचल अभी और तेज होने वाली है.