सिटी पोस्ट लाइव : शनिवार को जनता दल यूनाइटेड की नई प्रदेश कार्यकारिणी की पहली बैठक में कई महत्वपूर्व प्रस्ताव पारित कर दिए गये. 2025 विधानसभा चुनाव के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे. JDU एनडीए मिलकर चुनाव लड़ेगी और बिहार विधानसभा चुनाव लडेगी. जेडीयू ने दावा किया है कि एनडीए 225 विधानसभा सीटों पर जीतेगा.पार्टी की तरफ से संगत-पंगत कार्यक्रम चलाया जाएगा, जिसमें घटक दल के नेता आपस में मिलेंगे और विपक्ष के द्वारा लगाया गया आरोपी का जवाब देंगे. राज्य कार्यकारिणी में यह भी प्रस्ताव पारित किया गया है कि नीतीश कुमार का मतलब है नौकरी और नौकरी का मतलब है बिहार में नीतीश कुमार.
कार्यकारिणी की बैठक में एक बड़ा फैसला यह भी लिया गया है कि घटक दल के नेता राज्य स्तर पर प्रखंड स्तर पर मिलते रहेंगे और आपस में गलतफहमी को दूर करते रहेंगे. ऐसा इसलिए कि किसी तरह की गलतफहमी संगठन के अंदर और घटक दल के अंदर न हो. सीएम नीतीश ने कहा कि भाजपा के साथ ही जेडीयू चुनाव लड़ेगी. 7 लाख से ज्यादा लोगों को नौकरी दी जा चुकी है. और सरकार 12 लाख लोगों को और नौकरी देगी. सीएम ने कहा, राज्य सरकार के कामों को अंतिम जनता तक ले जाएं बताएं कि हमारे राज्य में क्या-क्या काम हुआ है. मुख्यमंत्री ने देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को धन्यवाद दिया कि उन्होंने विशेष तौर पर सहायता दिया है. उन्होंने कहा कि हम केंद्र से चाहते हैं हमें और भी सहायता मिले.
सीएम नीतीश ने जेडीयू नेताओं से कहा कि आप लोग अल्पसंख्यक के बीच जाइए और बताइए कि हमने क्या-क्या काम किया है. हम सब लोगों को लेकर चलते हैं. सब लोगों को मिलकर साथ चलना है. हमने हिंदू मुस्लिम सिख पिछड़ा आई पिछड़ा दलित महादलित सबके लिए काम किया है. उन्होंने कहा कि 2025 में जो चुनाव होगा हम और भारतीय जनता पार्टी और हम लोग बहुत आगे बढ़ेंगे. मुख्यमंत्री ने बड़ी घोषणा की है कि हम लोग 220 से आगे सीटें जीतेंगे.बैठक में सीएम नीतीश कुमार के अलावा राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा समेत सभी मंत्री, सांसद और विधायक मौजूद रहे. इनके साथ पार्टी के 400 मेंबर ने भी इस बैठक में हिस्सा लिया. मीटिंग में पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह इसलिए नहीं रह पाए कि उनकी पीएम नरेंद्र मोदी के साथ एक विभागीय मीटिंग दिल्ली में थी.
खगड़िया के परबत्ता से जेडीयू विधायक डॉ. संजीव ने अशोक चौधरी को पार्टी का महासचिव बनाने पर सवाल उठाए. डॉ. संजीव ने कहा कि पार्टी के भीतर एक-दो लोग जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल करते हैं. भूमिहारों के लिए बयान देते हैं. इसका सख्त विरोध मैं पहले भी करता था और आज भी कर रहा हूं. ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि भूमिहारों को गाली देने वालों को पार्टी का महासचिव बना दिया जाता है . भूमिहार हमेशा से NDA के साथ रहे हैं. जब-जब नीतीश कुमार की सरकार बनी है. भूमिहार दम-खम के साथ उनके साथ खड़े रहे हैं.
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