सिटी पोस्ट लाइव :महागठबंधन के दलों के बीच 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का बटवारा आसान नहीं होगा. महागठबंधन की 14 लोकसभा सीटें ऐसी हैं जहां JDU के प्रत्याशी ने आठ सीटों पर RJD के प्रत्याशी व 6 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी को सीधे मुकाबले में हराया था.अगर सीट शेयरिंग में सीटिंग-गेटिंग का फार्मूला चला तो फिर 2019 में जो दूसरे नंबर रहे उन्हें घर बैठना पड़ेगा.पहले नंबर पर मुंगेर लोकसभा सीट है.JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह वहां से एमपी हैं. पिछली बार कांग्रेस की उम्मीदवार नीलम देवी उनके सामने थीं. अब वह RJD से मोकामा से विधायक हैं.
मधेपुरा की सीट भी इसी श्रेणी में आता है. RJD के शरद यादव को यहाँ से JDU ने हराया था. लेकिन अब शरद यादव जिंदा नहीं हैं इसलिए यहाँ कोई ज्यादा मुश्किल नहीं है.वाल्मीकिनगर सीट को जदयू अपनी परंपरागत सीट मानता रहा है. सुपौल में भी अब कांग्रेस की रंजीता रंजन की दावेदारी नहीं रही. वह राज्यसभा सदस्य हैं.
2019 के लोक सभा चुनाव में झंझारपुर में जदयू के रामप्रीत मंडल जीते, दूसरे नंबर पर राजद के गुलाब यादव थे.मधेपुरा से जदयू के दिनेश चंद्र यादव ने राजद के शरद यादव की हराया.गोपालगंज से जदयू के डा. आलोक कुमार सुमन ने राजद के सुरेंद्र राम को हराया.सिवान से जदयू की कविता सिंह ने राजद की हिना शहाब को हराया.भागलपुर से जदयू के अजय मंडल ने राजद के बुलो मंडल को पराजित किया.बांका से जदयू के गिरधारी यादव ने राजद के जयप्रकाश नारायण यादव को हराया.
जहानाबाद से चंद्रेश्वर चंद्रवंशी ने राजद के सुरेंद्र यादव को हराया.सीतामढ़ी से जदयू के सुनील कुमार पिंटू ने राजद के अर्जुन राय को हराया.जदयू ने जहां कांग्रेस के प्रत्याशी को सीधे मुकाबले में हराया.मुंगेर से जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कांग्रेस की नीलम देवी को हराया.वाल्मीकिनगर की सीट पर बैद्यनाथ महतो (अब दिवंगत) ने कांग्रेस के शाश्वत केदार को हराया था।सुपौल में जदयू के दिलेश्वर कामत ने कांग्रेस की रंजीता रंजन को हराया था.किशनगंज में महमूद अशरफ ने कांग्रेस के मो. जावेद को हराया था.कटिहार में जदयू के दुलालचंद गोस्वामी ने कांग्रेस के तारिक अनवर को हराया था.पूर्णिया में संतोष कुशवाहा ने कांग्रेस के उदय सिंह को हराया था.
जिन सीटों पर महागठबंधन में माथापच्ची की स्थिति है उनमें सबसे पहले नंबर पर जहानाबाद है. वहां पिछली बार नया सामाजिक प्रयोग किया था जदयू ने.बहुत कम मतों के अंतर से JDU को जीत मिली थी. बांका की सीट पर भी माथापच्ची संभव है. कटिहार भी इसी श्रेणी में है.