बिहार के शिक्षा मंत्री पद से हटाए जाएंगे चंद्रशेखर!

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव :  हमेशा विवादों की वजह से मीडिया की सुर्ख़ियों में बने रहनेवाले बिहार के शिक्षा मंत्री की उलटी गिनती शुरू हो गई है.पूर्व कृषि मंत्री  दिवाकर सिंह के नक़्शे कदम पर चल रहे शिक्षा मंत्री की छुट्टी हो सकती है. सूत्रों के अनुसार बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच की तल्खी अब निर्णायक मुकाम पर पहंच गई है. दिल्ली रवाना होने से पहले आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के कहने पर चंद्रशेखर सीएम नीतीश कुमार से तो मिले. उन्हें कितनी फटकार पडी है ,उनके चेहरे पर साफ़ दिखाई दिया.मंत्री को मंदी के सवालों का जबाब देते नहीं बन रहा था.

 

चंद्रशेखर जब तक सीएम आवास पहुंचते, उसके पहले ही केके पाठक को नीतीश ने अपने आवास पर बुला लिया था. वे पूरी तैयारी के साथ पहुंचे थे. वे अपने साथ शिक्षा मंत्री के कारनामे वाली कई फाइलें लेकर हाजिर थे. चंद्रशेखर की बात सुनने के बाद नीतीश ने केके पाठक से सफाई मांगी तो उन्होंने शिक्षा मंत्री के एक-एक कारनामे फाइलों के हवाले से सिलसिलेवार बताना शुरू किया. चंद्रशेखर की सिट्टी-पिट्टी गुम थी. अंत में नीतीश ने चंद्रशेखर को खुद में सुधार लाने की नसीहत  देकर विदा कर दिया. इस प्रकरण में लालू-नीतीश के बीच बातचीत से एक बात तय हो गई कि चंद्रशेखर को शिक्षा विभाग से हटा कर कोई और महकमा दे दिया जाए. आने वाले दिनों में अगर चंद्रशेखर किसी दूसरे विभाग के मंत्री बन जाएं तो कोई आश्चर्य नहीं.

 

यह पहला मौका नहीं है, जब चंद्रशेखर ने अपने आचरण से सीएम नीतीश कुमार को ठेस पहुंचाई हो. इससे पहले चंद्रशेखर ने रामचरित मानस को नफरती ग्रंथ बता कर सनसनी फैला दी थी. इसे लेकर सरकार में शामिल जेडीयू के नेता भी खासा नाराज हुए थे. आरजेडी में भी उनके बयान पर मतभेद था. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह चंद्रशेखर के समर्थन में खड़े थे, तो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी विरोध में. बीच में राम मनोहर लोहिया का भी जिक्र आया. शिवानंद का कहना था कि लोहिया तो रामायण मेले का आयोजन कराते थे. आरजेडी नेता और बिहार के डेप्युटी सीएम तेजस्वी यादव ने इस विवाद पर चुप्पी साध ली थी. इससे चंद्रशेखर का मन बढ़ा और कैबिनेट मीटिंग में नीतीश ने जब उन्हें इस तरह के बयान पर टोका तो वे अपनी बातों पर अड़े रहे. नीतीश कुमार को तभी से वो खटक रहे थे.

 

भरोसेमंद सूत्र बताते हैं कि लालू से नीतीश कुमार की बात हो चुकी है. मंत्रिमंडल में फेर-बदल वैसे भी होना ही है. तेजस्वी यादव अभी विदेश दौरे पर हैं. उनके लौटते ही मंत्रिमंडल में फेर-बदल होगा और चंद्रशेखर किसी दूसरे विभाग के मंत्री बनाए जा सकते हैं. यानी इस लड़ाई का हासिल यही होगा कि चंद्रशेखर से शिक्षा विभाग छिन जाएगा.

Share This Article