सिटी पोस्ट लाइव : पश्चिम बंगाल में CBI और ED लगातार ममता बनर्जी की मुसीबतें बढ़ा रही है. शिक्षक भर्ती घोटाले में राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी से लेकर उनके कई करीबी नेता जेल भेजे जा चुके हैं. इसी बीच अब केंद्रीय जांच एजेंसी ने नगर पालिकाओं में करोड़ों रुपये की भर्ती के मामले में जांच तेज कर दी है. इसी बीच रविवार को पश्चिम बंगाल के मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम के आवास पर तलाशी ली.इसी जांच के सिलसिले में CBI अधिकारियों की एक दूसरी टीम तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा के आवास पर पहुंची. उनके आवासों की बाहरी रिंग को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों ने पूरी तरह से घेर लिया है. दोनों ही नेता ममता बनर्जी के बेहद करीबी हैं.
ममता सरकार पर विभिन्न नगर पालिकाओं में पैसे लेकर नौकरियां देने का आरोप लगा है. इसके बाद कुछ लोगों ने इसकी शिकायत कलकत्ता हाईकोर्ट में कर दी, जिसके बाद इस कथित नकद घोटाले के की जांच करने के लिए कोर्ट ने CBI को निर्देश दिया था.केंद्रीय जांच एजेंसियों ने हाल ही में राज्य की कई नगर पालिकाओं की भी तलाशी ली, जो जांच के दायरे में हैं. कलकत्ता के मेयर फिरहाद हकीम राज्य विधानसभा में कोलकाता पोर्ट निर्वाचन क्षेत्र और कोलकाता नगर निगम में वार्ड संख्या 82 का प्रतिनिधित्व करते हैं.
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों ने घर को घेर लिया और अन्य लोगों को अंदर जाने से रोक दिया, जबकि सीबीआई अधिकारियों ने एक-एक कमरे की तलाशी ली. हकीम की बेटी प्रियदर्शनी हकीम को केंद्रीय बलों ने घर में प्रवेश करने से रोक दिया था, लेकिन सीबीआई अधिकारियों द्वारा उन्हें पहचानने के बाद उन्हें अंदर जाने की अनुमति दी गई. उन्हें तीन घरेलू सहायकों के साथ अंदर जाने की अनुमति दी गई. हकीम के घर में तलाशी अभियान लोगों ने विरोध किया.केंद्रीय बलों के खिलाफ नारे लगाए गये.