प्रशांत किशोर को मनाने ICU पहुँची BPSC छात्रों की टीम, PK ने उन्हें ही मना लिया

Manisha Kumari

सिटी पोस्ट लाइव 

पटना: बीपीएससी अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधिमंडल आज प्रशांत किशोर से मिलने के लिए मेदांता अस्पताल के आईसीयू में पहुंचे और हाथ जोड़कर उनसे अपील की कि वे अपना आमरण अनशन तोड़ दें, ताकि उनकी सेहत पर कोई बुरा असर न पड़े। इन अभ्यर्थियों की भावनाओं से भरी अपील को प्रशांत किशोर ने इनकार करते हुए कहा कि जब तक बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांग पूरी नहीं होती, तब तक वे अनशन जारी रखेंगे। उनके इस अडिग संकल्प और साहस ने अभ्यर्थियों और उनके समर्थकों को फिर से उनके संघर्ष के प्रति समर्पित कर दिया।

प्रशांत किशोर ने कहा कि यह आंदोलन केवल उनका नहीं, बल्कि राज्य के सभी युवाओं का संघर्ष है, और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे इसे छोड़ने वाले नहीं हैं। उनके इस अडिग रुख से अभ्यर्थियों के बीच गहरी चिंता और भावनाओं का उबाल देखा गया, लेकिन उनकी दृढ़ता से यह साफ हो गया कि वे किसी भी कीमत पर पीछे हटने वाले नहीं हैं।

वहीं दूसरी ओर प्रशांत किशोर की पत्नी जानह्ववी को दिल्ली से पटना बुलाया गया था, ताकि वह उन्हें अनशन तोड़ने के लिए मनाएं। हालांकि, जानह्ववी की मौजूदगी के बावजूद प्रशांत किशोर ने अपना संकल्प बदलने से मना कर दिया और यह कहा कि जब तक अभ्यर्थियों की मांगें पूरी नहीं होतीं, उनका अनशन जारी रहेगा।

इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने बीपीएससी याचिकाकर्ताओं को सबसे पहले हाई कोर्ट जाने की सलाह दी, साथ ही यह कहा कि वे अभ्यर्थियों की परेशानियों को समझते हैं। कोर्ट ने यह भी आश्वासन दिया कि अगर हाई कोर्ट में सुनवाई नहीं होती है, तो वे इस मुद्दे पर सुनवाई करेंगे। अब देश की नजरें इस अनशन पर टिकी हैं, यह देखना होगा कि यह संघर्ष समाधान की दिशा में आगे बढ़ता है या फिर अन्ना हजारे के अनशन की तरह विकराल रूप लेता है।

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