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पटना: पटना हाई कोर्ट के मशहूर वकील और जन सुराज पार्टी के उपाध्यक्ष वाईवी गिरि ने आज बताया कि हाईकोर्ट ने बीपीएससी रीएग्ज़ाम की मांग को लेकर जन सुराज की ओर से दायर की गई याचिक को लेकर बिहार लोक सेवा आयोग और बिहार सरकार को नोटिस जारी किया है। पत्रकारों से बात करते हुए वाईवी गिरि ने बताया कि कोई चारा नहीं बचने पर विद्यार्थियों के अनुरोध पर जन सुराज की तरफ से हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है।
वाईवी गिरि ने कहा कि आज नौ दिनों से प्रशांत किशोर अनशन पर हैं। सरकार को उनका अनशन तोड़ने की पहल करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों को डर है कि प्रशांत किशोर की किडनी पर इतने लंबे अनशन का असर हो सकता है।
वाईवी गिरि ने कहा कि 70वीं बीपीएससी पीटी परीक्षा में जो13 दिसंबर को हुई थी, उसमें जमकर अनियमितता की गई। दो दिनों पहले ही 5 हजार अभ्यर्थियों का सेंटर चेंज किया गया। ईओयू ने भी पेपर लीक की शिकायतों की सही ढंग से जांच नहीं की।
उन्होंने बताया कि 15 जनवरी को सुनवाई होगी। 15 जनवरी को आयोग और सरकार को भी अपना पक्ष पेश करना होगा। वाईवी गिरि ने कहा कि अभ्यर्थियों का सत्याग्रह चल रहा है। उनके साथ बहुत नाइंसाफ़ी हुई है। परीक्षा में बहुत धांधली हुई है। प्रतिभावान छात्र-छात्राओं का चयन नहीं होगा। इससे बिहार को भी घाटा होगा, क्योंकि प्रतिभावान लोग अफ़सर नहीं बनेंगे।
उन्होंने कहा कि एक बजे माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर प्रश्नपत्र लीक हो गया। परीक्षा केंद्रों पर जैमर नहीं लगाया गया। प्रश्नपत्र का बंडल एसओपी के मुताबिक परीक्षार्थियों के सामने नहीं खोला गया। 5000 अभ्यर्थियों का सेंटर दो दिनों के अंदर बदल दिया गया।
वाईवी गिरि ने पूछा कि क्या कुछ फ़ेवरेट स्टूडेंट को फ़ायदा पहुंचाने की कोशिश बिहार लोक सेवा आयोग ने की या फिर क्या हुआ, इसे साफ़ करना चाहिए।