सिटी पोस्ट लाइव
पटना: बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर बिहार में अभ्यर्थियों का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। 29 दिसंबर को पटना में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया था, जिसके बाद अब छात्रों और छात्र संगठनों ने राज्यभर में रेल चक्का जाम किया। बिहार के दरभंगा और आरा में प्रमुख स्थानों पर ट्रेनों को रोक दिया गया।
दरभंगा में आईसा (एआईएसए) के कार्यकर्ताओं ने बिहार संपर्क क्रांति ट्रेन को दिल्ली जाने से रोक लिया, जबकि आरा में प्रदर्शनकारियों ने बक्सर-पटना पैसेंजर ट्रेन को रोक कर अपनी आवाज उठाई। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि सरकार छात्रों के साथ अन्याय कर रही है। इसके अलावा आरा में सरदार पटेल बस स्टैंड के पास भी मुख्य मार्ग को जाम कर दिया गया।
सोनू के परिजनों को मिले मुआवजा
प्रदर्शनकारियों ने मृत बीपीएससी अभ्यर्थी सोनू कुमार के परिजनों को मुआवजा देने की मांग भी की। एआईएसए और आरवाईए के कार्यकर्ताओं ने आरा रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर बक्सर-पटना पैसेंजर ट्रेन को प्लेटफॉर्म एक पर रोक लिया। ट्रेन के इंजन और ट्रैक पर खड़े होकर उन्होंने सरकार के खिलाफ विरोध जताया और मुआवजा की मांग की।
शिव प्रकाश रंजन ने का आरोप
आरवाईए के राज्य सचिव और अगिआंव के विधायक शिव प्रकाश रंजन ने कहा, “बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा पटना और अन्य जिलों में पेपर लीक और अनियमितताओं के कारण हुई। परीक्षा रद्द करने की मांग की जा रही है। छात्रों ने ठंड में धरना दिया, लेकिन नीतीश सरकार और भाजपा सरकार ने न सिर्फ अनसुना किया, बल्कि प्रदर्शनकारी छात्रों पर बर्बर लाठीचार्ज भी किया।”
आरा में जब छात्रों ने ट्रेन को रोका तो पुलिस उन्हें हटाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन छात्र संगठन के कार्यकर्ता जिद्दी बने रहे। शिव प्रकाश रंजन ने कहा कि इस बर्बर लाठीचार्ज को वे बर्दाश्त नहीं करेंगे और दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।