सिटी पोस्ट लीइव
पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के सत्याग्रह पर बैठे अभ्यर्थियों ने अपने आंदोलन को और तेज़ करने का ऐलान किया है। शुक्रवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अभ्यर्थियों ने कहा कि अब पूरे बिहार के छात्र संगठनों ने उनका समर्थन किया है और वे इस सत्याग्रह में शामिल होंगे। अभ्यर्थियों ने कहा कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वे आज छात्र संसद का आयोजन कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि हम सभी छात्र एकजुट हैं और हमें तोड़ने की कोशिश न करें।
उनकी प्रमुख मांग बीपीएससी का री-एग्जाम पूरे राज्य के लिए है। 4 जनवरी को बापू परीक्षा केंद्र का री-एग्जाम लिया गया था, लेकिन अब तक उत्तर कुंजी जारी नहीं की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार उनकी मांग नहीं मानती है, तो वे शांति के साथ पूरे बिहार में पद यात्रा करेंगे। अभ्यर्थियों ने एक और बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि 12 जनवरी को होने वाले बिहार बंद में वे पूरी तरह से समर्थन देंगे और सक्रिय रूप से इस आंदोलन में भाग लेंगे। इसके अलावा, उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो पूरे बिहार में छात्र संगठन मिलकर बड़े पैमाने पर पद यात्रा करेंगे।
सत्याग्रह के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमन कुमार ने कहा, “हमारी मांगें अब तक पूरी नहीं हुई हैं। अगर हमारी आवाज़ को न सुना गया तो हम सभी छात्र संगठनों के साथ मिलकर सड़कों पर उतरेंगे। यह हमारी आखिरी लड़ाई है और हम इसे हर हाल में जीतेंगे।” अमन कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह स्पष्ट किया कि वे इस आंदोलन को लेकर पूरी तरह से संकल्पित हैं और बिहार के युवाओं की आवाज़ को मजबूती से उठाएंगे। यह आंदोलन अब राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा का विषय बन चुका है, और छात्र संगठनों ने इस संघर्ष में उनके साथ खड़े रहने का वादा किया है।