सिटी पोस्ट लाइव
पटना: बिहार सरकार और बीपीएससी अभ्यर्थियों के बीच रीएग्ज़ाम की मांग को लेकर शह और मात का खेल जारी है। बिहार सरकार को लग रहा था कि अब बीपीएससी अभ्यर्थियों का आंदोलन कमज़ोर पड़ जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। गर्दनीबाग में इतनी ठंड में भी अभ्यर्थी जमे हुए हैं और छात्र-छात्राओं ने आगे की रणनीति भी बना ली है। सूत्रों के मुताबिक अभ्यर्थी एकबार फिर गांधी मैदान में बड़ी संख्या में जुट सकते हैं। वे इसकी रणनीति बना रहे हैं।
अभ्यर्थियों ने पूरे बिहार के छात्र-छात्राओं से आह्वान किया है कि वे एक दिन की अपनी पढ़ाई छोड़े और हमारे साथ गांधी मैदान में आकर एकजुटता दिखाए। अभ्यर्थी दोबारा गांधी मैदान में किस तिथि को जुटेंगे, इसका फ़ैसला तो नहीं हुआ है, लेकिन इसे लेकर उनके बीच सहमति ज़रूर बन गई है कि एकबार फिर गांधी मैदान में जुटकर बिहार सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करनी है और आंदोलन को खत्म नहीं होने देना है।
गर्दनीबाग में अब भी जमे अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार को लगता है कि हम लाठी और ठंड से डर जाएंगे। यह पूछे जाने पर कि प्रशांत किशोर भी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने जा रहे हैं, छात्र-छात्राओं ने कहा कि अब हम पुरानी गलती नहीं दुहराएंगे। अब हम किसी और पर निर्भर नहीं रहेंगे। हम अपनी लड़ाई खुद लड़ेंगे।
छात्रों ने कहा कि यह सच है कि गर्दनीबाग में धरने पर बैठे छात्रों की संख्या अब पहले से कम हो गई है, लेकिन ऐसा नहीं है कि आंदोलन खत्म हो गया है। हम एकबार फिर पूरी ताकत से गांधी मैदान में भारी संख्या में जुटेंगे और सरकार को रीएग्ज़ाम कराने के लिए मज़बूर कर देंगे।