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पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने सत्याग्रह अभ्यर्थियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए 12 अभ्यर्थियों को तीन साल के लिए सभी परीक्षाओं से प्रतिबंधित कर दिया है, जबकि एक अभ्यर्थी अरविंद कुमार को आजीवन परीक्षा देने से वंचित कर दिया गया है। BPSC ने अधिसूचना जारी कर बताया कि इन अभ्यर्थियों ने परीक्षा केंद्रों पर हंगामा किया, प्रश्नपत्र को बाहर ले जाकर लहराया और आयोग की साख को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया।

इतना ही नहीं, आयोग का आरोप है कि इन लोगों ने अफवाह फैलाकर अन्य परीक्षार्थियों को भी गुमराह करने का काम किया। आयोग ने स्पष्ट किया कि अनुशासनहीनता और आयोग की गरिमा को ठेस पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। प्रतिबंधित अभ्यर्थियों में से अधिकांश वे सत्याग्रही हैं जो बीपीएससी परीक्षा में अनियमितताओं और पुन: परीक्षा की मांग को लेकर पटना के गर्दनीबाग में कई दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
आयोग की इस कार्रवाई के बाद सत्याग्रह अभ्यर्थियों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। उन्होंने इस फैसले को अन्याय करार देते हुए कहा कि वे अपने हक के लिए संघर्ष जारी रखेंगे। BPSC ने दोबारा परीक्षा कराने की मांग को खारिज करते हुए दो टूक शब्दों में कहा है कि परीक्षा की निष्पक्षता को प्रभावित करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। आयोग ने साफ किया कि परीक्षा प्रणाली को बाधित करने या अनुशासनहीनता फैलाने वाले अभ्यर्थियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।