सिटी पोस्ट लाइव : BJP ने सोशल इंजीनियरिंग में सबको पीछे छोड़ दिया है.लोकसभा चुनाव घोषणा से पहले बीजेपी पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग के उत्थान के लिए की गई सरकारी पहल को भुनाने के लिए हर लोकसभा क्षेत्र में 20 से 25 पिछड़ा अति पिछड़ा सम्मेलन करने की तैयारी कर रही है.पार्टी कम से कम हर एक विधानसभा क्षेत्र में चार से पांच पिछड़ा-अति पिछड़ा सम्मेलन की तैयारी में है.बीजेपी की रणनीति 1000 से अधिक सम्मेलन कर एकमुश्त 63 प्रतिशत मतदाताओं साधने की है. इसमें 27 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग एवं 36 प्रतिशत अति पिछड़ा वर्ग के मतदाता सम्मिलित हैं.
बिहार में यह वर्ग लालू यादव के कोर वोट बैंक के रूप में जाना जाता रहा है.लेकिन पिछले दो लोकसभा चुनाव से बीजेपी इस वर्ग के मतदाताओं के वोट को झटकने काफी हद तक सफल रही है.बिहार के 40 में 39 लोकसभा सीट पर राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सांसदों का चुना जाना इसका प्रमाण है. फिर भी भाजपा सत्ता विरोधी रुझान को भांपते हुए इस वर्ग के बीच पहुंच सुनिश्चित करने में जुट गई है. सम्मेलन में निशाने पर RJD के साथ कांग्रेस रहेगी. इस दौरान बीजेपे .के पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग के शीर्ष नेता कांग्रेस को वर्षों तक काका साहेब कालेलकर एवं मंडल आयोग की रिपोर्ट को दबाए रखने, आरक्षण विरोधी कांग्रेस के साथ राजद प्रमुख लालू यादव की जुगलबंदी, भ्रष्टाचार एवं परिवारवाद जैसे मुद्दे को उछालेंगे.
बीजेपी नेता सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश के 25 करोड़ लोगों को गरीबी की रेखा से बाहर निकालने, 80 करोड़ लोगों को प्रति व्यक्ति प्रति माह पांच किलो अनाज निशुल्क बांटने, 12 करोड़ गरीबों के घरों में शौचालयों का निर्माण कराने और चार करोड़ गरीबों को पक्का घर देने को लेकर लोगों का ध्यान आकृष्ट करेंगे.इसके अलावा, 10 करोड़ परिवार को उज्ज्वला योजना के तहत नि:शुल्क गैस का सिलेंडर देने, 14 करोड़ गरीबों के घर में नल से जल पहुंचाने एवं आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख तक नि:शुल्क इलाज की सुविधा जैसे प्रमुख लाभकारी पहल की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट करेंगे.
आइएनडीआइए के सत्ता में रहते हुए प्रमुख घोटालों को भी उछालने की रणनीति भाजपा ने बनाई है.आरजेडी के लैंड फार जाब घोटाला, चारा घोटाला से लेकर कांग्रेस सरकार की वर्दी घोटाला, पाइप घोटाला, बेनामी संपत्ति, कोयला घोटाला, कामनवेल्थ घोटाला, टूजी घोटाला जैसे प्रमुख भ्रष्टाचार को भी भाजपा भुनाएगी.अमित शाह ने पालीगंज की रैली में इन्हीं मामलों पर कांग्रेस और आरजेडी को घेरने की कोशिश की थी.