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पटना: शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत द्वारा जेडीयू के 12 सांसदों को भाजपा में शामिल करने के बयान पर बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा,”महाराष्ट्र में उनकी पार्टी का वजूद खत्म हो चुका है। बिहार में भी उनकी बातों का कोई असर नहीं होने वाला।”
गया में मोक्ष प्राप्त करें राउत
दिलीप जायसवाल ने व्यंग्य करते हुए कहा, “बिहार के गया में मोक्ष की प्राप्ति होती है। शिवसेना (उद्धव गुट) का राजनीतिक अस्तित्व समाप्त हो चुका है। एनडीए उन्हें बिहार में राजनीतिक मोक्ष दिलाने का काम करेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि राउत जैसे नेताओं की बयानबाजी से जनता भ्रमित नहीं होगी।
बीपीएससी परीक्षा पर बीजेपी का भरोसा
बीपीएससी परीक्षा पर बोलते हुए जायसवाल ने कहा कि “परीक्षा शांति और पारदर्शिता के साथ हो रही है। 10,000 से अधिक छात्र इसमें शामिल हुए हैं, जो यह दिखाता है कि जनता को सरकार और आयोग पर पूरा भरोसा है।” उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि यदि किसी परीक्षा केंद्र पर गड़बड़ी का प्रमाण मिलेगा, तो वहां की परीक्षा रद्द कर फिर से आयोजित की जाएगी।
प्रशांत किशोर और पप्पू यादव पर तंज
प्रशांत किशोर और पप्पू यादव के अनशन और धरने पर निशाना साधते हुए जायसवाल ने कहा, “ये लोग राजनीतिक व्यापारी हैं। इनके पास कोई ठोस एजेंडा नहीं है, इसलिए सड़क पर घूमकर ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। बिहार की जनता भावनात्मक और ईमानदार राजनीति में विश्वास करती है, न कि ऐसी व्यावसायिक राजनीति में, जो केवल पैसा कमाने और पार्टी चलाने पर आधारित हो।”
वहीं दिलीप जायसवाल ने जोर देकर कहा कि बिहार में केवल वे ही दल टिक सकते हैं, जो जनता के साथ भावनात्मक रिश्ता बनाए रखते हैं। “राजनीति कोई व्यवसाय नहीं है, यह जनता की सेवा का माध्यम है। जो लोग इसे व्यवसाय समझते हैं, वे बिहार में टिकने वाले नहीं हैं।” यह बयान राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया है और संजय राउत के साथ-साथ प्रशांत किशोर और पप्पू यादव के समर्थकों में तीखी प्रतिक्रिया ला सकता है।