सिटी पोस्ट लाइव :खबरिया चैनलों के चुनावी सर्वे में कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस बीजेपी से बहुत आगे दिखाई दे रही थी.लेकिन अब प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने चुनाव मैदान में कांग्रेस के खिलाफ शीधे बजरंगबली को उतार दिया है.बजरंगबली की वजह से कांग्रेस में मुश्किल में दिख रही है.दरअसल, कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान कर मुसीबत मोल ली है.पीएम मोदी ने चुनाव का मुद्दा बजरंगबली को ही बना दिया है. भगवान हनुमान चुनावी मुद्दों में टॉप पर आ गए हैं.
मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में बजरंगबली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है. पहले उन्होंने प्रभु श्रीराम को ताले में बंद किया और अब जय बजरंगबली बोलने वालों को ताले में बंद करने का संकल्प लिया है. प्रधानमंत्री ने बुधवार को तीनों जनसभाओं में जय बजरंगबली का उद्घोष भी किया. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के घोषणापत्र को फाड़ दिया, उस पर चप्पल बरसायी और राज्य के कई हिस्सों में रैलियां कीं.दक्षिणपंथी संगठनों ने राज्य भर में हनुमान चालीसा का पाठ करने का फैसला किया है.
पीएम नरेंद्र मोदी के बजरंग बली नारे के बाद कांग्रेस डिफेंड मोड में है. कांग्रेस ने पूरे राज्य में बजरंग बली का मंदिर बनाने का वादा किया है. कांग्रेस जिन मुद्दों के इर्द-गिर्द 10 मई को होने वाला विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती थी, ऐसा प्रतीत होता है कि वह ठंडे बस्ते में चला गया है क्योंकि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार मंदिर में दर्शन करने पहुंच गए. मैसूर में चामुंडी पहाड़ी पर, मैसूर की देवी चामुंडेश्वरी, साथ ही आंजनेय की पूजा करने के बाद शिवकुमार ने और हनुमान मंदिरों का निर्माण करने या पूरे राज्य में मौजूदा मंदिरों का जीर्णोद्धार करने का वादा किया.