City Post Live
NEWS 24x7

बिहार में ‘नीतीश मॉडल’ नहीं,दिखेगा ‘योगी मॉडल’.

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

सिटी पोस्ट लाइव :जब बीजेपी विपक्ष में थी तो ध्वस्त कानून व्यवस्था के साथ बालू और शराब माफियों के आतंक के मुद्दे सदन से सड़क तक उठाते रही थी. अब सत्ता की डोर थामते बीजेपी ने जनता से किए वादे को पूरा करने को राह तलाशनी शुरू कर दी है.उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने माफियाओं पर कार्रवाई के संकेत देते हुए साफ तौर से कहा कि सबका इलाज होगा. बालू माफिया, शराब माफिया से जुड़े एक-एक व्यक्ति की जांच होगी. पुलिस अब माफियाओं के हमले का शिकार नहीं होगी. इतनी सख्त व्यवस्था की जाएगी कि या तो माफिया पलायन करेंगे या फिर सरेंडर करना होगा.

 

उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने तेजस्वी की सरकार गिराने की धमकी पर कहा कि वह पहले अपने गठबंधन को बिखरने से रोकें. इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस का हाल यह हो गया है कि बिहार के कांग्रेस विधायकों को दिल्ली बुला लिया है. हद तो यह है कि बिहार में पूर्ण बहुमत से एनडीए की सरकार बनने के बाद भी कांग्रेस में लोग डरे हुए हैं. हकीकत यह है कि-उन्हें अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है. वे अपने विधायकों को बंधुआ मजदूर समझते हैं.वे विधायकों का अपमान करते हैं.उत्तर प्रदेश में  सबसे ज्यादा अगर योगी आदित्यनाथ की चर्चा हुई तो वह था अपराधियों पर नकेल कसा जाना और सनातन धर्म के साथ खुलकर खड़ा रहना. राजनीति की इस स्पष्ट धारणा ने बिहार बीजेपी को भी प्रभावित किया है.

 

बीजेपी की ओर से कराए गए अंदरूनी सर्वे में भी यह बात सामने आई कि बिहार की जनता अपराध और भ्रष्टाचार से त्रस्त है. बिहार की जनता पार्टियों में यह तस्वीर देखना चाहती है कि वह तमाम माफियाओं के विरुद्ध कैसे खड़ी होती है. इसके साथ ही राम मंदिर का निर्माण की जरूरत पर भी बहुसंख्यक जनता की हां मिली है. इसलिए बीजेपी अपना चेहरा लोकसभा चुनाव के समय इस फलक पर परोसना भी चाहती है. इसलिए बीजेपी पहले अपनी वाणी से कानून व्यवस्था के सुधरे हालत को लेकर जनता को संतुष्ट करना चाहती है और फिर एनडीए सरकार की कार्रवाई से भी.

- Sponsored -

-sponsored-

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

-sponsored-

Comments are closed.