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पटना: आज बिहार के शिक्षक पटना में अपने हक की लड़ाई के लिए एक बड़ा प्रदर्शन करेंगे। यह प्रदर्शन बिहार राज्य और अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले आयोजित किया गया है। शिक्षकों की यह आवाज नीतीश कुमार के समक्ष उठाई जाएगी, जहां वे पुरानी पेंशन योजना लागू करने, प्रमोशन, और अन्य सुविधाओं की मांग करेंगे। शिक्षक अपने अधिकारों के लिए एकजुट हुए हैं, क्योंकि उन्हें समान काम के बदले समान वेतन, ऑनलाइन हाजिरी की बंदी और कई अन्य समस्याओं का समाधान चाहिए।
हालांकि प्रदर्शन की जगह की अभी आधिकारिक रुप से घोषणा नहीं की गई है, लेकिन शिक्षकों का कहना है कि वे यह प्रदर्शन पटना में करेंगे, ताकि सरकार उनकी आवाज़ को गंभीरता से सुने। इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए राज्यभर से शिक्षक पटना पहुंचे हैं, और उनका मनोबल उच्च है। यह प्रदर्शन केवल शिक्षकों का नहीं, बल्कि उनके परिवारों और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर भविष्य की मांग है। उनके इस संघर्ष में उनके साथ जनता का भी समर्थन बढ़ रहा है, जो यह मानती है कि अगर शिक्षकों की आवाज़ को सही समय पर नहीं सुना गया, तो यह समाज के लिए एक बड़ा नुकसान होगा।
आज 20 जनवरी को पटना के गर्दनीबाग में 70वीं बीपीएससी री-एग्जाम को लेकर एक बड़ी हुंकार सभा का आयोजन किया जाएगा। इस सभा में अभ्यर्थी अपनी मांग उठाएंगे कि री-एग्जाम सभी अभ्यर्थियों के लिए लिया जाए। यह आंदोलन बीपीएससी की परीक्षा में पारदर्शिता और समानता की उम्मीद को लेकर एकजुट हुआ है। बीपीएससी री-एग्जाम को लेकर पिछले दिनों अभ्यर्थियों का संघर्ष तेज़ हुआ था। आंदोलन के दौरान अभ्यर्थियों को लाठीचार्ज का सामना भी करना पड़ा और उन्हें कई बार प्रदर्शन के दौरान कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा, लेकिन उनकी हिम्मत और संघर्ष कम नहीं हुआ।