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लखीसराय: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित मैट्रिक परीक्षा 2025 का आगाज 17 फरवरी से 25 फरवरी तक होगा। जिले में 23 परीक्षा केंद्रों पर 21,809 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे। परीक्षा को कदाचारमुक्त और निष्पक्ष बनाने के लिए प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। समाहरणालय स्थित मंत्रणा सभा कक्ष में प्रभारी जिलाधिकारी सह डीडीसी सुमित कुमार ने शिक्षा पदाधिकारियों, स्टेटिक दंडाधिकारी, जोनल दंडाधिकारी और केंद्राधीक्षकों के साथ अहम बैठक की।
उन्होंने स्वच्छ और कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही, बीते वर्षों की परीक्षा को याद दिलाते हुए अधिकारियों को खासतौर पर मुन्नाभाइयों’ पर नजर रखने की चेतावनी दी। प्रभारी डीएम ने स्पष्ट किया कि बगैर आधार कार्ड या वैध पहचान पत्र के किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं मिलेगा। पिछले वर्षों की घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हलसी परीक्षा केंद्र से एक दर्जन से अधिक ‘मुन्नाभाई’ पकड़े गए थे। ऐसे में इस बार किसी भी प्रकार की अनियमितता या नकल को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस बार प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है, 23 परीक्षा केंद्रों पर स्टेटिक दंडाधिकारी की तैनाती की गई है। 11 गश्ती दल सह जोनल दंडाधिकारी नियुक्त, 6 उड़नदस्ता दल सह सुपर जोनल दंडाधिकारी लगातार केंद्रों का निरीक्षण करेंगे। परीक्षा दो पालियों में लिया जाएगा। प्रथम पाली में 10,420 परीक्षार्थी शामिल होंगे। वहीं दूसरी पाली में 11,389 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इसके अलावा, 11 परीक्षा केंद्र छात्राओं के लिए और 12 परीक्षा केंद्र छात्रों के लिए निर्धारित किए गए हैं।
छात्राओं के परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के लिहाज से महिला पुलिस जवान और वीक्षक तैनात किए जाएंगे, जो परीक्षा से पहले गहन तलाशी लेंगे। “परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं होगी। उड़नदस्ता दल पूरी सतर्कता से निगरानी करेगा और अगर कोई नकल या अनुशासनहीनता में पकड़ा गया, तो उसके खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई होगी।” जिला प्रशासन की सख्ती और चाक-चौबंद व्यवस्था को देखते हुए यह स्पष्ट है कि इस बार की मैट्रिक परीक्षा में पारदर्शिता और अनुशासन का सख्ती से पालन होगा। अब देखना होगा कि परीक्षा के दौरान प्रशासन की यह तैयारी कितनी प्रभावी साबित होती है।