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पटना: आज बिहार विधानसभा में आयोजित पीठासीन पदाधिकारियों के सम्मेलन का दूसरा और अंतिम दिन है। इस सम्मेलन में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान शामिल होंगे और पीठासीन पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर अपना संबोधन देंगे। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का यह संबोधन विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सचिवों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रहेगा, क्योंकि वे विधानसभा की कार्यवाही के संचालन में अहम भूमिका निभाते हैं। वे अपने भाषण में पीठासीन पदाधिकारी के कर्तव्यों, जिम्मेदारियों और उनके योगदान पर विस्तार से चर्चा करेंगे, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया की मजबूती में महत्वपूर्ण है।
इस सम्मेलन में लोकसभा अध्यक्ष का भाषण सम्मेलन के अंतिम सत्र में होगा, जो सम्मेलन के समापन के बाद खास रूप से सुना जाएगा। सम्मेलन में पूरे बिहार के विधानसभा के पीठासीन पदाधिकारी, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और विधानसभा सचिव एकत्र होकर राज्य की विधानसभा प्रणाली को बेहतर बनाने के उपायों पर चर्चा कर रहे हैं। इस सम्मेलन में हर एक संबोधन से यह साफ दिखाई दे रहा है कि बिहार की विधानसभा में लोकतंत्र और विधायी कार्यप्रणाली को सुचारु रूप से चलाने के लिए सभी पदाधिकारी किस कदर प्रतिबद्ध हैं। इस सम्मेलन ने यह साबित कर दिया है कि यह मंच बिहार के राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में एक नई दिशा देने का काम कर रहा है।
वहीं कल पीठासीन पदाधिकारियों के पहले दिन राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को आचनक हार्ट आटेक आया था। जिसके बाद उन्हें पीएमसीएच ले जाया गया। तबीयत की स्थिति सुधार में देखते हुए उन्हें राजस्थान वापस भेज दिया गया। बता दें यह सम्मेलन 1982 के बाद बिहार में हो रहा है। इस सम्मेलन में पूरे देश के पीठासीन पदाधिकारी हिस्सा लेंगे। 28 राज्यों के विधानसभा अध्यक्ष, 6 विधानसभा परिषद के सभापति और केंद्र शासित प्रदेशों के स्पीकर समेत करीब 300 अतिथि शामिल हो रहे हैं।
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