बिहार में 5671 पंचायतों में बनेंगे 6659 खेल मैदान, 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य

Manshi Sah

सिटी पोस्ट लाइव

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज 638 करोड़ 37 लाख की लागत से 6659 खेल मैदान के निर्माण कार्य का उद्घाटन करेंगे। यह खेल मैदान बिहार के 5671 पंचायतों में बनाए जाएंगे, जिसमें 533 प्रखंडों का समावेश है। ग्रामीण विकास विभाग इस परियोजना के तहत मनरेगा के माध्यम से इन खेल मैदानों का निर्माण करेगा, और इसके लिए कैबिनेट ने पहले ही मंजूरी दे दी है।

सीएम नीतीश कुमार करेंगे शुभारंभ

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी जिलों के डीएम, डीडीसी, ग्रामीण विकास अभिकरण के निदेशक, और मनरेगा के डीपीओ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे। इस कार्यक्रम में दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के साथ ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार तथा अन्य आलाधिकारी भी मौजूद रहेंगे।

खेल मैदान व अन्य सुविधाओं का विकास

बिहार में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर मनरेगा के तहत खेल मैदान बनाए जा रहे हैं, जिसमें दौड़ने के लिए ट्रैक, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, बास्केटबॉल कोर्ट और फुटबॉल के लिए गोल पोस्ट भी बनेंगे। इसके अलावा, ऊंची कूद, लंबी कूद, खो-खो और कबड्डी के लिए जरूरी सुविधाएं भी इस योजना का हिस्सा होंगी।

विकास और योजना

खेल विभाग ने स्कूलों के बाहर की भूमि को खेल मैदान के रूप में चिन्हित किया है, साथ ही पंचायत विभाग से भी खेल मैदान के लिए जमीन की जानकारी प्राप्त की है। इस परियोजना का आधार गया जिले के मॉडल पर है, जहां मनरेगा के तहत 19 प्रखंडों में खेल मैदान बनाए जा रहे हैं, जिनमें से कुछ तैयार भी हो चुके हैं। इस सफलता के आधार पर अब पूरे बिहार में खेल मैदान बनाने का फैसला लिया गया है।

काम दो चरणों में

खेल मैदान के निर्माण का कार्य दो चरणों में होगा। पहले चरण में खेल मैदानों का निर्माण किया जाएगा और उसमें ट्रैक और कोर्ट बनाए जाएंगे। दूसरे चरण में यहां पर गैलरी, कुर्सियां, खिलाड़ियों के कपड़े बदलने के कमरे और स्टोर रूम बनाए जाएंगे, और सभी कार्य मानक के अनुसार किए जाएंगे।

खेल मैदानों का लक्ष्य

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने खेल मैदानों के निर्माण का लक्ष्य 2025 तक पूरा करने का रखा है। पिछले कुछ वर्षों में बिहार सरकार ने खेलों के विकास के लिए कई योजनाओं पर काम किया है। ‘मेडल लाओ नौकरी पाओ’ योजना की सफलता, बिहार के पहले खेल विश्वविद्यालय और स्पोर्ट्स अकादमी की स्थापना, और अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम का निर्माण इस दिशा में बड़े कदम हैं।

खेलों पर सरकार का ध्यान

नीतीश कुमार की सरकार ने महिला एशियाई हॉकी चैंपियनशिप 2024 के लिए राजगीर को मेज़बान बनाया, और राज्य में खेलों के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की हैं। अब मनरेगा के माध्यम से हर ग्राम पंचायत में कम से कम एक खेल मैदान विकसित किया जाएगा, जिससे युवाओं को खेल के लिए बेहतर अवसर मिल सकेंगे।

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