पटना में देर रात बड़ा सड़क हादशा, 8 लोग घायल.
डिवाइडर पार कर दूसरे वाहन से टकराई कार, 10 लोग घायल, दो घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन .
सिटी पोस्ट लाइव : पटना के कोतवाली थानां क्षेत्र के नेहरू पथ पर हाईकोर्ट के सामने गुरुवार की देर शाम तेज रफ्तार स्विफ्ट डिजायर कार डिवाइडर को फांद कर दूसरी लेन में घुस गई और सामने से आ रही होंडा सिटी कार को टक्कर मार दी. हादसे में दोनों वाहनों में सवार आठ लोगों के अलावा वहां से गुजर रहे बाइक सवार दंपती घायल हो गए .एयरबैग खुल जाने से होंडा सिटी में मौजूद महिला समेत पांच लोगों की जान बच गई, जबकि स्विफ्ट डिजायर की पिछली सीट पर बैठा युवक उसी में फंसा रहा, उसे निकालने में प्रशासन की टीम को करीब दो घंटे लग गए.
सूचना मिलते ही ट्रैफिक डीएसपी अनिल कुमार, कोतवाली थानेदार संजीत कुमार और गांधी मैदान थानेदार अरुण कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे व रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया.एक निजी अस्पताल से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एंबुलेंस बुलाई गई, जिससे स्विफ्ट डिजायर सवार युवकों को भेजा गया. सबकी आयु लगभग 18 वर्ष है. डीएसपी ने बताया कि दोनों दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को जब्त कर लिया गया है. सभी घायल खतरे से बाहर हैं. मामले की जांच की जा रही है.
इनकम टैक्स गोलंबर की तरफ जा रही प्रत्यक्षदर्शी प्रियंका ने बताया कि स्विफ्ट डिजायर ने उनकी कार को ओवरटेक किया. इस वाहन की रफ्तार लगभग 120 किलोमीटर प्रतिघंटा रही होगी. इसके आगे एक ऑटो था कार उससे टकरा जाती.इस बीच चालक विचलित हो गया और उसने कार की स्टीयरिंग दाहिने तरफ घुमा दी, जिससे डिवाइडर को पार कर कार दूसरे फ्लैंक में घुस गई. इनकम टैक्स गोलंबर की तरफ से आ रही होंडा सिटी कार से सीधे टकरा गयी. इससे स्विफ्ट का अगला हिस्सा दब गया. चालक के बगल वाली सीट पीछे खिसक गई.
पीछे बैठे युवक का पैर अंदर फंस गया. दोनों वाहनों की टक्कर में एक बाइक सवार दंपती भी घायल हो गए. इसके बाद प्रियंका ने ही पुलिस को कॉल किया और एंबुलेंस बुलाई, उसने राहगीरों के सहयोग से स्विफ्ट के चालक और उसकी बगल वाली सीट पर बैठे युवक को बाहर निकाला.प्रियंका का साहस देख कर राहगीर भी उसकी मदद में आगे आ गए. इस बीच उसने देखा कि स्विफ्ट डिजायर की पिछली सीट पर फंसे युवक की हालत गंभीर है. वह जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है.
प्रियंका उसे अन्य लोगों के सहयोग से बचाने के लिए आगे आयी. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहने तक इस फ्लैंक को बंद कर दिया गया. स्विफ्ट में फंसे तीसरे युवक को बाहर निकालने में कठिनाई हो रही थी. गैस कटर की व्यवस्था की गई, लेकिन पेट्रोल चालित कार होने की वजह से आग लगने का खतरा था. इसके बाद तीन मिस्त्री बुलाए गए. छेनी-हथौड़ी से स्टील की चादर को काटा गया और सीट का नट बोल्ट तोड़कर युवक को रात 9:17 बजे कार से बाहर निकला गया.
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