किसने की एसपी स्वीटी के साथ धक्का-मुक्की?

Deepak Sharma

सिटी पोस्ट लाइव

पटना: पटना की सिटी एसपी स्वीटी सहरावत के साथ धक्का-मुक्की किसने की? आईपीएस अधिकारी स्वीटी का आरोप है कि उनके साथ धक्का-मुक्की हुई है। स्वीटी ने यह आरोप बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लगाया है। उन्होंने यह गंभीर आरोप एक न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए लगाया है।

स्वीटी ने कहा कि रविवार को जब बीपीएससी 70वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा को फिर से कराने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने गांधी मैदान से मुख्यमंत्री आवास तक के लिए मार्च निकाला, तो उन्होंने अभ्यर्थियों को समझाने का प्रयास किया। एसपी स्वीटी ने कहा कि मैंने अभ्यर्थियों को समझाने की कोशिश की कि आपके साथ आए और नेतृत्व कर रहे लोग यहां से जा चुके हैं। आप लोग भी सड़क से हट जाए। आपकी मांंगों पर विचार-विमर्श चल रहा है। इसके बाद कुछ अभ्यर्थियों ने उनके साथ धक्का-मुक्की की। उन्हें धक्का दिया। हालांकि, एसपी स्वीटी यहीं नहीं रुकी।

उन्होंंने यहाँ तक कह डाला कि अभ्यर्थियों पर किसी तरह का लाठी चार्ज रविवार को किया ही नहीं गया। पुलिस ने कोई लाठी नहीं चलाई। अभ्यर्थी ही उपद्रव पर उतारू थे। हालांकि, मार्च करने निकले अभ्यर्थियों पर कितनी बर्बरता से पुलिस ने लाठी चार्ज किया और आधी रात को कपकपाती ठंड में वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, यह तो जगजाहिर है। ऐसे में एसपी स्वीटी के इस बयान पर कि उनके साथ अभ्यर्थियों ने ही धक्का-मुक्की की और पुलिस ने कोई लाठी चार्ज नहीं किया, सवाल उठाए जा रहे हैं।

उधर, इस पूरे मामले में कड़ी आलोचना और छात्र-छात्राओं को बीच मार्च में सड़क पर छोड़कर चले जाने का आरोप झेल रहे जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर एसपी स्वीटी सहरावत पर आग-बबूला है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि एसपी स्वीटी सहरावत हीरो बनने की कोशिश कर रही है। सिंघम बनने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह उन्हें महंगा पड़ जाएगा।

प्रशांत किशोर यही नहीं रुके, उन्होंने एसपी स्वीटी को चेतावनी देते हुए कहा कि एसपी सिटी स्वीटी सहरावत ने दो-दो बार बिना मतलब सिर्फ़ हीरो बनने के लिए छात्र-छात्राओं पर लाठी चलवाई है। उन्हें बर्बरता से पिटवाया है। वे इसकी जवाबदेही से बच नहीं सकती। प्रशांत किशोर ने एलान किया है कि वे एसपी स्वीटी और दूसरे जिम्मेवार अधिकारियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग को लेकर अदालत में जाएँगे और उनके ख़िलाफ़ एफ़आईआर करवाएँगे।

प्रशांत किशोर ने कहा कि अधिकारी इस लाठी चार्ज की जवाबदेही से बच नहीं सकते। प्रशांत किशोर ने मानवाधिकार आयोग जाने की बात भी कही है। उन्होंंने कहा कि इन अधिकारियों ने बेकसूर बच्चों के ख़िलाफ़ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। निर्दोष छात्र-छात्राओं को फंसाने की कोशिश की है, अब हम इन अधिकारियों के ख़िलाफ़ मुकदमा दर्ज कराएँगे।

रविवार के मार्च और लाठी चार्ज के बाद भी यह आंदोलन रुकता या कमज़ोर पड़ता दिखाई नहीं दे रहा है। सीपीआई एमएल (माले) ने सोमवार को अभ्यर्थियों के समर्थन में पूरे बिहार में चक्का जाम किया। माले के प्रभाव वाले इलाकों में इसका पूरा असर दिखा। बिहार के कई जिलों में ट्रेनें रोकी गईं और सड़क पर उतरकर छात्र संगठन आइसा के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। उधर लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी सीएम नीतीश कुमारा को पत्र लिखकर लाठी चार्ज के लिए जिम्मेवार पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। अब देखना यह है कि यह पूरा मामला किस ओर मोड़ लेता है।


Share This Article