सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ अहमदाबाद में दायर मानहानि केस पर कोर्ट आज फैसला लेगी. कोर्ट ने पिछली सुनवाई पर शिकायतकर्ता के बयान को रिकॉर्ड करवाने के बाद 8 मई की अगली तारीख निर्धारित की थी. कोर्ट तथ्यों की जांच के बाद आज इस बात का फैसला करेगी कि बिहार के डिप्टी सीएम के खिलाफ मानहानि का केस बनता या फिर नहीं. अगर मानहानि का केस हुआ तो कोर्ट तेजस्वी यादव को समन भी जारी कर सकती है. तेजस्वी यादव ने पिछले महीने के आखिर में विधानसभा परिसर में एक बयान दिया था. उन्होंने कहा था देश की वर्तमान परिस्थिति में सिर्फ गुजराती ठग हो सकते हैं और उन्हें माफ भी कर दिया जाएगा.
तेजस्वी यादव के इसी बयान को लेकर अहमदाबाद के व्यापारी और सामाजिक कार्यकर्ता हरेश मेहता ने तेजस्वी यादव के 26 अप्रैल को अहमदाबाद की कोर्ट में केस दाखिल किया था. इस मामले में 1 मई को पहली सुनवाई अहमदाबाद की मेट्रोपॉलिटन कोर्ट में हुई थी. एडीशिनल चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट डी जे परमार ने मानहानि केस की पहली सुनवाई में शिकायतकर्ता हरेश मेहता का बयान रिकॉर्ड करवाया था. अगर अहमदाबाद कोर्ट की तरफ से राष्ट्रीय जनता दल और डिप्टी सीएम को समन जारी किया जाता है तो यह मानहानि का तीसरा केस होगा, जिसमें गुजरात के बाहर के किसी नेता को कोर्ट में तलब किया जाएगा.
राहुल गांधी मानहानि के केस में दो साल की सजा के बाद हाई कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं तो वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के सांसद संजय सिंह के खिलाफ गुजरात यूनिवर्सिटी मानहानि का केस किया है. यूनिवर्सिटी ने यह केस पीएम मोदी की डिग्री से जुड़े मामले में प्रेस कांफ्रेंस करने पर किया है. यूनिवर्सिटी ने आरोप लगाया था कि गुजरात हाई कोर्ट के फैसले के बाद इन नेताओं ने जो प्रेस कांफ्रेंस की उससे यूनिवर्सिटी की छवि खराब हुई.