सिटी पोस्ट लाइव : पटना से गया और बोधगया को मेट्रो से जुड़ने की कवायद तेज है. पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए गया और बोधगया में परियोजना शुरू की जा रही है. मेट्रो के रूट निर्धारण के लिए 6 दिसंबर को एक बैठक होने वाली है जिसमें जनप्रतिनिधि और अन्य अधिकारी शामिल होंगे. इससे परिवहन के क्षेत्र में आम लोगों के साथ-साथ दूसरे देशों से आने वाले पर्यटक व श्रद्धालुओं को काफी सहूलियत होगी. चाकंद – गया और गया – बोधगया मेट्रो को लेकर सर्वे का कार्य पूरा हो गया है.
मेट्रो के रूट निर्धारण को लेकर 6 दिसंबर को जिला मुख्यालय में डीएम डा.त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में एक बड़ी बैठक होने वाली है. बैठक में जनप्रतिनिधि, जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष , मेयर, वार्ड पार्षद, सामाजिक संगठन, सामाजिक कार्यकर्ता, मेट्रो का कार्य करने वाले कार्य एजेंसी, सीईओ सहित कई गणमान्य लोग शामिल होंगे। सभी लोगों के बीच रूटों के निर्धारण को लेकर चर्चा होगी. मेट्रो के रूट में बेला का काली मंदिर, गया हवाई अड्डा, विष्णुपद मंदिर, प्रेतशिला मार्ग, बोधगया, मगध विश्वविद्यालय, आइआइएम, आइएचएम जैसे संस्थान को भी टच करते हुए इनके आसपास स्टेशन का निर्माण होगा.
बिहार में एनडीए सरकार ने गया में मेट्रो निर्माण कराने को लेकर पहले हीं मंजूरी दे दी थी. कैबिनेट से मंजूरी के बाद मेट्रो निर्माण के क्षेत्र में कार्य करने वाले एजेंसी द्वारा गया और बोधगया में सर्व का कार्य कराया गया था.गया शहर के स्थानीय विधायक सह बिहार सरकार में सहकारिता, वन, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्री डा. प्रेम कुमार ने गयावासियों को जाम से निजात दिलाने के लिए मेट्रो का निर्माण कराने का प्रस्ताव सरकार में रखा था. इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने मुहर लगा दी थी.