लालू यादव ने बढ़ा दिया है कांग्रेस का टेंशन, लेकिन इसबार नहीं झुकेगी कांग्रेस.

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव में   कांग्रेस और आरजेडी के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर रस्साकशी शुरू हो गई है. कांग्रेस 70 सीटों से कम पर  चुनाव लड़ने को तैयार नहीं है. पार्टी अपना संगठन मजबूत कर रही है.कांग्रेस यह दिखाना चाहती है कि वो बूथ स्तर पर भी मजबूत है.बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी शाहनवाज आलम के तेवर तल्ख़ हैं.उनका कहना है कि अब कांग्रेस पार्टी लालू यादव के फटे नोट नहीं चलायेगी.सीटों के बटवारे का आधार लोक सभा चुनाव होगा.

2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों से उत्साहित कांग्रेस अब बिहार विधानसभा चुनाव में जोरदार प्रदर्शन का दावा कर रही है. कांग्रेस अब महागठबंधन में एक कमजोर सहयोगी के रूप में नहीं, बल्कि एक मज़बूत दावेदार के रूप में देखी जा रही है. पार्टी नेतृत्व यह सुनिश्चित करना चाहता है कि आरजेडी  को यह कहने का मौका न मिले कि कांग्रेस का जमीनी स्तर पर कोई संगठन नहीं है. इसलिए कांग्रेस अपने संगठन को, खासकर सेवा दल को मजबूत करने पर सबसे अधिक ध्यान दे रही है.चुनाव प्रभारी खुद जिलों का दौरा कर रहे हैं.

पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था. आरजेडी ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 75 सीटें जीती थीं. कांग्रेस 70 सीटों पर लड़ी थी और केवल 19 सीटें ही जीत पाई थी. वाम दलों, जैसे CPI(ML), CPI और CPI(M) ने भी अच्छा प्रदर्शन किया था. इससे राजनीतिक गलियारों में चर्चा होने लगी थी कि अगर आरजेडी ने कांग्रेस की बजाय वाम दलों को अधिक सीटें दी होती, तो शायद महागठबंधन सरकार बना लेता. यही कारण है कि कांग्रेस इस बार पहले से ही अपनी दावेदारी पेश कर रही है.मुकेश सहनी भी कांग्रेस के बराबर सीटों पर दावा कर रहे हैं.

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा है कि कांग्रेस इस बार 70 से कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी. उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि महागठबंधन के सभी दल आपसी सहमति से सीटों का बंटवारा करेंगे. कांग्रेस बूथ स्तर पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए सेवा दल पर विशेष ध्यान दे रही है. उन्होंने कहा कि जिस तरह सेवा दल के कार्यकर्ता आपदा के समय लोगों की मदद करते हैं, उसी तरह उन्हें चुनाव के दौरान भी जनता के बीच जाकर कांग्रेस की नीतियों को समझाना चाहिए.

बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह कभी आरजेडी प्रमुख लालू यादव के खास हुआ करते थे. लालू यादव ने एक बार कहा था कि मेरे कहने पर ही कांग्रेस पार्टी ने अखिलेश सिंह को राज्यसभा भेजा था. लालू यादव के इस बयान के बाद बिहार में सियासी बवाल भी मचा था. अब अखिलेश सिंह ने 2025 चुनाव से पहले ही आरजेडी पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है.

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