सिटी पोस्ट लाइव : लैंड फॉर जॉब घोटाले में पूर्व आईएएस अधिकारी आरके महाजन के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति अब सीबीआई को मिल गई है. लालू प्रसाद के रेल मंत्री कार्यकाल में उनके निजी सचिव और रेलवे जन शिकायत कोषांग के कार्यकारी निदेशक आर.के. महाजन के खिलाफ अब इस मामले में मुकदमा चलेगा. इस मामले में लालू यादव राबडी देवी,तेजस्वी यादव और हेमा यादव भी आरोपी हैं.सीबीआई की अपील पर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने पूर्व आईएएस और लालू प्रसाद के रेल मंत्री कार्यकाल में उनके निजी सचिव (पीएस) व रेलवे जन शिकायत कोषांग के कार्यकारी निदेशक रहे महाजन के खिलाफ मुकदमा काम कर जांच आगे बढ़ाने की अनुमति दे दी है.
भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी के तौर पर महाजन प्रदेश के विभिन्न महकमों में रह चुके हैं. वह बिहार लोक सेवा आयोग के चेयरमैन के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.आरके महाजन को राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद का खास माना जाता था. 2004-2009 के बीच जब लालू प्रसाद केंद्र की यूपीए सरकार में रेल मंत्री बने तो वे आरके महाजन को अपने साथ मंत्रालय लेते गए.महाजन को लालू प्रसाद के निजी सचिव के साथ ही रेलवे जन शिकायत कोषांग के कार्यकारी निदेशक का दायित्व सौंपा गया.
बिहार में 2015 में जब जदयू-राजद की साझा सरकार बनी तो लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेज प्रताप को स्वास्थ्य मंत्री पद का जिम्मा दिया गया. उस वक्त महाजन को स्वास्थ्य विभाग का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया था.सीबीआई ने जमीन के बदले नौकरी मामले में अपनी जांच के दौरान महाजन की भूमिका की जांच की और जांच के क्रम में कोर्ट से महाजन के खिलाफ भी मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी थी. सुनवाई के लिए कोर्ट न 30 जनवरी 2025 की तिथि तय की थी.
आज इस मामले की सुनवाई करते हुए महाजन पर भी जमीन के बदले नौकरी मामले में मुकदमा चलाने की अनुमति सीबीआइ को दे दी गई. इस मामले में सीबीआई ने लालू प्रसाद के साथ ही उनकी पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ ही सांसद पुत्री डॉ. मीसा भारती, हेमा यादव समेत अन्य को आरोपी बनाया है. अब इन नामों में पूर्व आईएएस आरके महाजन का नाम भी शाामिल हो गया है.