सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो अपने सेक्युलर क्रेडेंशियल और प्रो-मुस्लिम छवि को बनाए रखने के लिए हमेशा अलर्ट रहते हैं और बीजेपी के साथ रहते हुए इस मामले में कभी कोई समझौता नहीं किया, उन्हें अब उनकी पार्टी के सांसद ने बड़ी चुनौती दे दी है.सीतामढ़ी से JDU के सांसद देवेश्चंद ठाकुर लोक सभा चुनाव में अल्पसंख्यक और यादव समाज का वोट नहीं मिलने से इस कदर नाराज हैं कि उन्होंने यहांतक ऐलान कर दिया है कि वो किसी मुस्लिम-यादव का काम नहीं करेगें.देवेश्चंद ठाकुर का कहना है कि उन्होंने सबसे ज्यादा इसी समाज के लोगों के निजी काम किये हैं लेकिन उन्होंने चुनाव में एक भी वोट नहीं दिया.उन्होंने साफ़ कर दिया है कि अल्पसंख्यक और यादव समाज के लोगों को वो चाय-मिठाई तो ऑफर करेगें लेकिन उनका कोई निजी काम नहीं करेगें.
गौरतलब है कि देवेशचंद ठाकुर के सीतामढ़ी आवास के गेट पर तीन धार्मिक निशान ॐ ,कुरआन का आयतन और क्रॉस का निशान बना हुआ है.कलतक सांसद इन्हीं निशानों को दिखाकर अपने सेक्युलर क्रेडेंशियल का ढिंढोरा पिटते नहीं थकते थे ,आज सांसद बनते ही किसी मुस्लिम-यादव समाज का काम नहीं करने का ऐलान कर चुके हैं.सांसद का कहना है कि पिछले तीस साल से वो इसी समाज के लोगों के हर दुःख सुख में वो काम आते रहे हैं.उनके सारे काम करते रहे हैं,उन्होंने उन्हें चुनाव में एक भी वोट नहीं दिया.वो कहते हैं- मुस्लिम यादव समाज हर काम के लिए मेरे पास आता था.सबका काम मैं करता था.लेकिन आज जब वोट देने की बारी आई तो उन्हें एवीएम पर (JDU ) के निशान पर पीएम नरेन्द्र मोदी की तस्वीर नजर आने लगी.
अब सबसे बड़ा सवाल- सांसद के इस ऐलान के बाद अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या करेगें? सांसद देवेशचंद ठाकुर इससे बिलकुल बेपरवाह दिखाई दे रहे हैं.वो कहते हैं-“जिस नीतीश कुमार ने मुस्लिम समाज के लिए क्या कुछ नहीं किया लेकिन चुनाव में इस समाज के लोगों ने उनका साथ नहीं दिया.मुस्लिम समाज ने JDU को वोट नहीं दिया.” सांसद ने कहा कि मुस्लिम-यादव समाज के लोगों ने उनसे मजदूरी करवाई और मेहनताना किसी और को दे दिया.अब ऐसा नहीं होगा.वो मुस्लिम-यादव समाज के लोगों को चाय-नाश्ता तो ऑफर करेगें लेकिन उनका कोई निजी काम नहीं करेगें.
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