प्रशांत किशोर को गांधी मैदान से उठा ले गई पुलिस, PATNA AIMS में किया भर्ती.

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सिटी पोस्ट लाइव : पिछले चार दिनों से आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर को आखिरकार पुलिस ने सोमवार की सुबह 3 बजाकर 45 मिनट पर उठा लिया.सुबह सुबह सैकड़ों पुलिस जवान के साथ अधिकारी गांधी मैदान पहुंचे. सबसे पहले सो रहे प्रशांत किशोर को उठाया. जैसे ही उनके साथ सो रहे छात्रों ने पुलिस को रोकने की कोशिश की तो उन्हें जबरन हटा दिया. प्रशांत किशोर को जबरन उठाकर एम्बुलेंस में डाला. पुलिस इतनी सुबह पहुंची और अचानक पहुंची कि किसी को भनक तक नहीं लगी. भीषण ठंड में सभी लोग कम्बल ओढ़कर सो रहे थे. प्रशांत किशोर के साथ सैकड़ों छात्र और सेवा-निवृत IPS अधिकारी अरविन्द ठाकुर सो रहे थे.

खबर के अनुसार अरविन्द ठाकुर को भी प्रशांत किशोर के साथ पुलिस एम्बुलेंस में उठा ले गई है. पुलिस प्रशांत किशोर को सीधे एम्स हॉस्पिटल ले गई है. गौरतलब है कि आज रात 10 बजे डॉक्टर की एक टीम ने प्रशांत किशोर की सेहत की जांच की थी. डॉक्टर ने कहा था कि अभी उनकी सेहत ठीक है. लेकिन अगर आगे भी उन्याहोंने कुछ नहीं खाया तो सेहत अचानक ज्यादा खराब हो सकती है.पिछले चार दिनों से प्रशांत किशोर पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन पर डेट हुए हैं. भाड़े की टैक्सी से चुपके से अकेले गांधी मैदान पहुंचे पीके गांधी प्रतिमा के नीचे अचानक आमरण अनशन पर बैठ गये. प्रशासन को पहले से आशंका थी कि पीके धरना देने गांधी मैदान पहुँच सकते हैं. इसलिए पहले से गांधी मैदान के एक दो गेट छोड़कर सारे गेट बंद कर दिए गये थे.पीके को गांधी मैदान में घुसने से रोकने की मुक्कमल व्यवस्था थे. लेकिन भाड़े की टैक्सी में पहचान बदलकर पीके गांधी मैदान के अन्दर घुस गये.कुछ देर टैक्सी में इंतज़ार किया और अचानक आमरण अनशन पर बैठ गये.

थोड़ी देर में सैकड़ों छात्र और जन सुराज के कार्यकर्त्ता वहां पहुँच गये. धीरे धीरे मजमा लगाने लगा.आज चौथे दिन तो हजारों लोग पहुँच गये. बिहार के कोने कोने से बुधजिवी, गांधीवादी और जेपी सेनानी भी पहुँच गये. रविवार का दिन था इसलिए कॉलेज के शिक्षक, प्राचार्य और डॉक्टर भी पीके के अमराशन को बल देने पहुँच गये. बड़ा मजमा लग गया. मेले जैसा नजारा हो गया. छैला बिहारी भी गाँधी मैदान पहुँच गये. जानेमाने आंदोलनकारी विक्टर झा भी कोशी से आ धमके.महफ़िल सज गई. छैला बिहारी ने गाने के माध्यम से सरकार पर जमकर हमला बोला.घंटों गीत संगीत का कार्यक्रम चलता रहा.लगा अन्ना आन्दोलान्वाला   रामलीला मैदान बन गया गाँधी मैदान. रात 10 बजे सरकारी डॉक्टर भी पीके की सेहत की खबर लेने पहुँच गये. डॉक्टर ने कहा अभी तो स्थिति खतरे से बाहर है. लेकिन जल्द ही अगर भूख हड़ताल नहीं तोडा तो स्थिति बिगड़ सकती है.   

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