सिटी पोस्ट लाइव : देश की राजधानी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात हुई भगदड़ में 20 लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में 9 महिलाएं, 5 बच्चे और 4 पुरुष शामिल हैं. घायलों का इलाज लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल और लेडी हार्डिंग अस्पताल में किया जा रहा है. मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है.भगदड़ में बिहार के 3 लोगों की मौत हो गई है. फिलहाल मुतकों की पहचान हो रही है
बिहार के सारण जिले के रहने वाले पप्पू गुप्ता ने सिटी पोस्ट लाइव को बताया कि मां भगदड़ होने पर गिर गई. लोग उसके शरीर के ऊपर चढ़कर भागने लगे. वो दबकर मर गई.वो बिहार संपूर्ण क्रांति से अपने परिवार के साथ दिल्ली से सारण जाने के लिए स्टेशन आये थे.उनके अनुसार इस भगदड़ में कम से कम 50 लोगों की मौत हुई है. जिसमें अधिकतर लोग संपूर्ण क्रांति से बिहार आने वाले यात्री हैं.पुल पर अचानक इतनी भीड़ हो गई कि लोग एक-दूसरे को कुचलते हुए आगे निकालने लगे.वहां कोई पुलिस वाला भी नहीं था. इधर उधऱ लोगों का शव पड़ा था.
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रेलवे अधिकारियों ने बताया कि भीड़ अधिक होने के कारण भगदड़ मची. डीसीपी रेलवे केपीएस मल्होत्रा ने कहा, “प्रयागराज एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर 14 पर खड़ी थी और वहां भीड़ अधिक थी. स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस के देर से आने के कारण प्लेटफार्म 12, 13 और 14 पर भीड़ नियंत्रण से बाहर हो गई. कल हर घंटे लगभग 1500 जनरल टिकट बेचे गए थे, जिससे भीड़ पर नियंत्रण पाना मुश्किल हो गया.घटनास्थल पर कपड़े, चप्पल, जूते और अन्य सामान बिखरे हुए थे. अधिकारियों के मुताबिक, महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाने वाली दो स्पेशल ट्रेनों में देरी के कारण भी भीड़ बढ़ गई.
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार ने स्टेशन का दौरा कर उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने घटना पर शोक व्यक्त किया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है. घटना प्लेटफार्म नंबर 14 और 15 पर रात लगभग 8:30 बजे हुई, जब प्रयागराज जाने वाली दो ट्रेनों का यात्री इंतजार कर रहे थे.वाराणसी जाने वाली शिवगंगा एक्सप्रेस के प्लेटफार्म पर पहुंचने से भीड़ और बढ़ गई. भीड़ को नियंत्रित करने के इंतजाम नहीं होने के कारण धक्का-मुक्की होने लगी और भगदड़ मच गई, जिसमें कुछ लोग कुचलकर घायल हो गए.