जन-सुराज में बड़ा बवाल, आरपार के मूड में तीन बड़े नेता, मोनाजिर हसन ने खोला मोर्चा.

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सिटी पोस्ट लाइव : जन-सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर उप-चुनाव में मिली हार से हतोत्साहित होने के बजाय दोगुने जोश के साथ अगले चुनाव की तैयारी में जुट गये हैं.लेकिन इस हार से उनकी पार्टी के कुछ दिग्गज नेता हिले हुए हैं.वो अभी से भागने का रास्ता (बहाना )ढूंढने लगे हैं.आज जन-सुराज की स्टेट कोर कमिटी की बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेन्द्र प्रसाद यादव और रामबली सिंह नहीं पहुंचे.मोनाजिर हसन तो देर से पहुंचे लेकिन अपनी उपेक्षा से भड़क गये.उन्होंने स्टेट कोर-कमिटी से अपने आपको अलग कर लेने का ऐलान कर दिया.उन्होंने आईपैक पर गंभीर आरोप लगाया है.उनके अनुसार आईपैक नेताओं को भाव नहीं देता.खुद फ्रंट फूट पर खेलना चाहता है और बड़े नेताओं को हाशिये पर खड़ा कर देता है.

मोनाजिर हसन ने कोर कमिटी पर सवाल उठाते हुए कहा कि 150 लोगों की कोर कमिटी बनाने का मतलब नहीं.किसी भी पार्टी के कोर कमिटी में ज्यादा से ज्यादा 15 से 20 लोग हो सकते हैं.  उन्होंने कोर कमिटी की सूची में वरिष्ठ नेताओं का नाम नीचे रखने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि उनके सम्मान का ध्यान नहीं रखा गया.150 सदस्यों की कोर कमिटी में तो वो भूल से गये हैं.उनको पता नहीं चल रहा है कि पार्टी में किस नेता की क्या हैसियत है.मोनाजिर हसन ने कहा कि जन-सुराज में जाने का ये मतलब नहीं है कि उनकी राजनीतिक अहमियत ख़त्म हो गई है.उनकी कोई पूछ नहीं है.उन्हें पूछनेवाले बहुत लोग हैं.हालांकि उन्होंने ये भी साफ़ किया कि उन्होंने जन-सुराज को नहीं छोड़ा है.जन-सुराज के साथ आगे भी बने रहेगें.

प्रोफेसर रामबली सिंह ने कहा कि मेरी कोई नाराजगी नहीं है.उन्होंने कहा कि   जन-सुराज के साथ बिहार को बदलने के सपने के साथ जुड़े हैं.कोर कमिटी से कोई फर्क नहीं पड़ता.लेकिन उनकी भी ये शिकायत जरुर है कि आईपैक ने उन जैसे महत्वपूर्ण नेताओं का उप-चुनाव में इस्तेमाल नहीं किया.उन्होंने कहा कि अगर नेताओं का ठीक से इस्तेमाल होता तो रिजल्ट और भी बेहतर हो सकता था.ऐसा ही आरोप देवेन्द्र प्रसाद यादव का भी है.उन्होंने भी अपने आपको स्टेट कोर कमिटी से अलग कर लिया है.लेकिन अपनी नाराजगी का सार्वजनिकरूप से इजहार नहीं किया है.

ईन नाराज नेताओं को मनाने के काम में प्रशांत किशोर ने अपने नेता पूर्व विधयक किशोर कुमार मुन्ना को लगा दिया है.आज किशोर कुमार मुन्ना ने मोनाजिर हसन और प्रोफेसर रामबली सिंह से मुलाक़ात की.उनको मनाने की कोशिश की.किशोर कुमार मुन्ना ने कहा कि कोई नेता नाराज नहीं है.उनकी छोटी छोटी शिकायतें हैं, जिसका समाधान प्रशांत किशोर कर रहे हैं.उन्होंने कहा कि 150 लोगों की स्टेट कोर कमिटी से 25 ऐसे लोग चुने जायेगें जिनके हाथ में पार्टी की कमान होगी.इस 25 लोगों की सूची में तमाम बड़े नेता नजर आयेगें.          

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