सिटी पोस्ट लाइव : गंगा किनारे प्रशांत किशोर ने अपना सत्याग्रह आश्रम क्या बनाया जिला प्रशासन को अब गंगा किनारे रैली और मेला के आयोजन का आईडिया आ गया है. अब गंगा किनारे जेपी गंगा पथ और गंगा के बीच निकली जमीन पर मेला लगेगा और रैलियां होगीं.जिला प्रशासन के अनुसार गंगा किनारे की जमीन को गांधी मैदान के एक विकल्प के रूप में विकसित किया जाएगा. राजनैतिक दलों की पहली मांग गांधी मैदान, मिलर स्कूल मैदान और वेटनरी कॉलेज ग्राउंड होती है. गांधी मैदान में पटना मेट्रो सहित अन्य निर्माण कार्य होने से पूरे इलाके में ट्रैफिक व्यवस्था अस्त-व्यस्त है. ऐसे में जिला प्रशासन इलाके में गाड़ियों के दबाव को कम करने के लिए एक विकल्प तैयार कर रहा है. इससे गांधी मैदान में भी कार्यक्रमों की संख्या में कमी आएगी.
जेपी गंगा पथ के उत्तर में रैलियों की अनुमति देने के साथ जिला प्रशासन के द्वारा सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाएगी. यहां राजनैतिक, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, मेला आदि का अनुमति लेने वाले आयोजकों को जमीन का किराया देना होगा. जेपी गंगा पथ के अंडरपास से नीचे की ओर गाड़ियों की पार्किंग करनी होगी. इसके लिए प्रशासन के द्वारा जगह निर्धारित की जाएगी. विभिन्न कार्याक्रमों के आयोजन से गांधी मैदान में घास नहीं उग पा रही है. गड्ढ़े बन गए हैं. कार्यक्रम के दौरान धूल उड़ने और जाम लगने से प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है.
पटना मेट्रो के निर्माण के कारण गांधी मैदान के उत्तर तरफ सड़क की एक लेन को गाड़ियों के परिचालन के लिए चालू रखा गया है. शेष सड़क मेट्रो के निर्माण के लिए बंद करानी पड़ी है. यहां पर पटना मेट्रो का स्टेशन बनाया जा रहा हैशहर में गाड़ियों का दबाव बढ़ रहा है. गांधी मैदान में कार्यक्रमों की अनुमति देने से पूरे इलाके की ट्रैफिक व्यववस्था अस्त-व्यस्त हो जाती है. ऐसे कार्यक्रमों के लिए जेपी गंगा पथ और गंगा के बीच का इलाका उपयुक्त है.गौरतलब है कि गंगा किनारे ही प्रशांत किशोर ने अपना सत्याग्रह आश्रम बना रखा है.यहाँ हर रोज हजारों लोग आ रहे हैं लेकिन शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पर कोई असर नहीं पड़ रहा है.