अपनी शादी को लेकर चिराग ने दूर कर दिया अँधेरा,कहा- कंगना मेरी दोस्त.

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Chirag Paswan: मेरी दोस्त’, शादी के सवाल पर आया चिराग का रिएक्शन; जवाब देने से पहले शर्मा गए!

सिटी पोस्ट लाइव : पांच सांसदों वाले दल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग  केंद्रीय कैबिनेट में खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हैं.अभीतक क्वारे हैं सिलिये अक्सर वो अपनी शादी को लेकर चर्चा में रहते हैं.पटना के तारामंडल सभागार में बिहार संवादी के मंच पर रविवार को चिराग पासवान ने लोगों के साथ खुलकर बातचीत की. उन्होंने कहा भी सीएम या पीएम बनने की चाहत नहीं है. मैं चाहता हूं बिहार का हर परिवार समझे कि मैं उनका भाई और उनका बेटा हूं. उनके ही जैसा हूं.

पार्टी का क्या प्लान है, इस सवाल में छिपे व्यंग्य को समझते हुए चिराग कहते हैं, 40 की उम्र भी पार हो गई, अब तो बस एक ही पार्टी है- लोजपा (आर)। पार्टी कई उतार-चढ़ाव से गुजरी है, तीन साल कठिन रहे हैं.बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं, तो यह साल महत्वपूर्ण है. भाजपा की कौन सी अच्छी बात है, जिसे लागू करना चाहेंगे के सवाल पर चिराग कहते हैं कि भाजपा के संगठन की कार्यशैली सबसे खूबसूरत पक्ष है.

पिछले विधानसभा चुनाव में एनडीए से अलग लड़ने के सवाल पर कहा कि उस समय गठबंधन ने अहमियत नहीं दी, इसलिए ताकत दिखाना जरूरी था.बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट विजन के सवाल पर चिराग ने कहा कि इसमें बिहारी होने का गौरवबोध है. मैं दिल्ली में पला-बढ़ा, जब बिहार आता तो यहां परिचय में कोई ब्राह्मण, राजपूत, भूमिहार, पिछड़ा, मुस्लिम मिलता, कोई बिहारी नहीं मिलता.यही बिहारी जब दूसरे राज्य या देश जाते तो इनकी पहचान बिहारी होती. तो फिर अपने राज्य में जाति-धर्म क्यों? इसी जाति-धर्म में बांटने की राजनीति ने बिहारी होने को कब गाली बना दिया, पता ही नहीं चला.

बिहार में बदलाव के पांच प्रमुख विजन पूछने पर चिराग ने शिक्षा, चिकित्सा, इंफ्रास्ट्रक्चर, पर्यटन और उद्योग का नाम लिया। कहा कि शिक्षा ही जाति से बिहार को बाहर लाएगी.उद्योग पर चर्चा करते हुए बताया कि जल्द ही देश का तीसरा खाद्य प्रौद्यिगिकी संस्थान निफ्टेम बिहार में शुरू होगा. पर्यटन का जिक्र करते हुए कहा कि जब अयोध्या में राममंदिर बन सकता तो बिहार में माता सीता का मंदिर बनाकर क्यों नहीं बनता.चिराग शादी कब करेंगे, इस सवाल पर शर्माते-सकुचाते चिराग मुस्कुराकर चुप लगा देते हैं, मगर दर्शक दीर्घा से प्लीज बोलिए कि आवाज पर व्यंग्य करते हैं कि काम करते-करते उम्र निकल गई.अभिनेत्री एवं सांसद कंगना रनौत के साथ हाथ मिलाते या गले मिलते रील्स और मीम्स देखकर मां कुछ नहीं कहती, इस सवाल पर चिराग कहते हैं कि कंगना मेरी मित्र हैं.हमलोग खुद हंसते हैं कि यह सब क्या चल रहा है? कंगना को राजनीतिक टिप्स देने के सवाल पर चिराग कहते हैं कि कंगना बिल्कुल स्पष्ट हैं, उनको किसी टिप्स की जरूरत नहीं.

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