सिटी पोस्ट लाइव : मोदी कैबिनेट के तीसरे कार्यकाल के पहले आम बजट में बिहार को सबसे बड़ी और सबसे खास सौगात है पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे. पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे के बन जाने से मिथिलांचल कोसी, पूर्णियां और सीमांचल के करोड़ों लोगों को काफी लाभ होगा. यमुना और आगरा एक्सप्रेसवे के तर्ज पर अब पूर्णिया भी नए एक्सप्रेस वे से जुड़ने जा रहा है. यह एक्सप्रेस वे न सिर्फ पूर्णिया बल्कि पूरे बिहार के विकास की गाथा लिखेगी.
पटना से पूर्णिया के बीच बनने वाला इस एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई लगभग 275 किलोमीटर होगी. यानी अब पूर्णिया से पटना 3 घंटे में पहुंचा जा सकता है, जबकि अभी पटना जाने में 6 से 7 घंटे तक लग जाते हैं. अभी पटना जाने में फोरलेन से 370 किलोमीटर और एनएच 31 से 310 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. पटना पूर्णिया एक्सप्रेस वे बनने से दूसरी की करीब 250 किलोमीटर रह जाएगी.
यह एक्सप्रेस वे बिहार के सात जिलों से जुड़ेगा. जिसमें मुख्य रूप से पटना, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा और पूर्णिया शामिल है. यह एक्सप्रेस वे छह लेन का होगा. इस एक्सप्रेस वे के बगल से सर्विस रोड भी गुजरेगी. इस सर्विस रोड के माध्यम से बीच-बीच में एक्सप्रेस वे से कनेक्ट होगा, ताकि अन्य रोड से चलने वाली गाड़ियां भी एक्सप्रेसवे पर चल सके. हालांकि इसमें गति का भी काफी ध्यान रखा गया है. इस एक्सप्रेस वे पर वाहनों की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. इस एक्सप्रेसवे में 17 बड़े पुल और 6 आरओबी होंगे.
पटना पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का कुल बजट 12600 करोड़ रुपये है, जिसमें लगभग 8000 करोड़ रुपये सिविल कास्ट लगेगा, जबकि करीब 4500 करोड़ रुपया भूमि अधिग्रहण में खर्च होगा. इस एक्सप्रेस वे के लिए 2022 से ही प्रक्रिया शुरू है. इसका डीपीआर भी तैयार कर लिया गया है. हालांकि अभी उस डीपीआर को अप्रूवल नहीं मिला है.अप्रूवल मिलने के बाद यह डीपीआर एलाइनमेंट कमेटी के पास जाएगी. वहां से पास होने पर यह राज्य सरकार के पास जाएगी. वहां से फाइनल हो जाने पर आगे की प्रक्रिया शुरू होगी. इस एक्सप्रेसवे के नक्शा को देखें तो पटना से पूर्णिया तक यह रोड करीब करीब सीधी लाइन में होगा. यानी बहुत कम मोड होगा ताकि इसमें गति सीमा भी बनी रहे.
पूर्णिया और पटना के बीच की दूरी को कम करने के लिए एनएचएआई (NHAI) के बड़े-बड़े इंजीनियरों ने इस तरह का डीपीआर बनाया गया है. यह एक्सप्रेस वे कई मायनो में खास होगा. इस एक्सप्रेसवे में सहरसा और दरभंगा के बीच कोसी नदी पर एक बड़ा पुल भी बनेगा. इसके अलावा कुल 17 बड़े पुल इसमें बनेंगे.