नेपाल के कोसी डैम के 56 गेट खुले,120 गांव डूबे.

सीतामढ़ी में बाढ़ जैसे हालात, बेतिया में गंडक में कटाव,18 जिलों में बारिश का अलर्ट है जारी.

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार और नेपाल में पिछले तीन दिनों से  लगातार हो रही बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गये हैं. नेपाल के कोसी डैम के सभी 56 गेट खोले गए हैं. कोसी नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है.  यहां से 4 लाख 14 हजार 60 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है. इससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.प्रशासन अनाउंसमेंट कर लोगों को अलर्ट कर रहा है. सुरक्षित जगहों पर जाने की अपील की जा रही है. सुपौल के 120 गांवों में कोसी का पानी घुस चुका है. लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं.

बागमती , हरदी और मरहा नदी भी उफान पर है. बागमती नदी का जलस्तर ढेंग, सोनाखान, डूबाधार, चंदौली, कटौझा में खतरे के निशान से ऊपर है. परिहार प्रखंड से 2 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं. दो दर्जन से ज्यादा घरों में पानी घुस चुका है.सोनबरसा में भी 2 गांवों में पानी घुसा है. इधर सुरसंड के श्रीखंडी भिठ्ठा गांव से होकर बहने वाली रातो नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है. इस वजह से शुक्रवार शाम से ही वार्ड संख्या पांच में पानी प्रवेश कर गया है. वाहनों का आवागमन ठप हो गया है.

बेतिया में गंडक नदी के जलस्तर बढ़ने से जिले के योगापट्टी के सिसवां मंगलपुर के खापटोला गांव में कटाव तेज हो गया है. बारिश के कारण पंचायत के आधा दर्जन गांव में बाढ़ की स्थिति बना गई है. एक ओर बाढ़ का खतरा तो दूसरी तरफ कटाव से पंचायत के लोग सहमे हुए हैं.कटिहार, सुपौल, जमुई, सीतामढ़ी और गोपालगंज में सुबह से तेज बारिश हो रही है. पटना में भी रातभर बारिश हुई है. सुबह से बादल छाए हुए हैं. मौसम विभाग ने आज बिहार के 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. 31 अगस्त तक बिहार में मौसम के ऐसे ही रहने के आसार हैं.

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