नेपाल ने छोड़ा पानी, उत्तर बिहार में बढ़ा बाढ़ का खतरा.

सिटी पोस्ट लाइव : नेपाल में लगातार हो रही बारिश से उत्तर बिहार में बाढ़ का बड़ा खतरा पैदा हो गया है.आज  सोमवार सुबह नेपाल में कोसी डैम के 56 गेट खोले दिये गए हैं. 34 सालों बाद सबसे ज्यादा 4लाख 52 हजार 710 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है. 1968 में 7 लाख 88 हजार 200 क्यूसेक, 1989 में 5 लाख 23 हजार 771 क्यूसेक के बाद अब 2023 में सबसे ज्यादा पानी छोड़ा गया है.इससे सुपौल के 120 गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. मधुबनी और बगहा में हालात बिगड़े हैं. जल संसाधन मंत्री संजय झा ने बिहार में बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी किया है. इंजीनियर्स और जल संसाधन विभाग के साथ प्रशासन की टीम को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए हैं.

 

 बगहा में वाल्मीकि नगर बराज के भी 36 गेट खोले गए हैं. आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है. मधुबनी में भी कोसी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. कोसी का पानी आसपास के इलाकों में घुसना शुरू हो चुका है.नेपाल में कोसी डैम के 56 गेट खोले गए हैं. सुपौल के 120 गांवों में प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. नेपाल के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश की वजह से नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. कोसी तटबंध के अंदर रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.

कोसी में पानी बढ़ने के बाद बगहा के वाल्मीकि नगर बराज का जलस्तर भी तेज से बढ़ा है. डैम के 36 गेट खोले गए हैं जिससे आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है. जल संसाधन विभाग की टीम लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है.बगहा में डैम के 32 गेट खोले गए हैं. आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है.नेपाल के कोसी डैम का पानी छोड़ने के बाद मधुबनी में अलर्ट जारी किया गया है. कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने से 5-6 घंटे में जिले के मधेपुर प्रखंड के गढ़गांव, बसिपट्टी, द्वालख, महपतिया, डाढ़ा, बकुआ, भेजा, रहुआ संग्राम पंचायतों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं.

बिहार में पिछले एक-दो दिनों  से  मानसून थोड़ा कमजोर पड़ा है.कई जिलों में मौसम शुष्क बना हुआ है. मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में 14 अगस्त से लेकर 18 अगस्त तक कई जिलों में मौसम शुष्क बना रहेगा. पटना में  दो दिन से बारिश नहीं होने की वजह से गंगा के जलस्तर में कमी आई है.पटना में एक बार फिर से बारिश नहीं होने से उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान कर रही है. रविवार को पटना में बादल छाए रहे लेकिन बारिश देखने को नहीं मिली. उमस और पसीने वाली गर्मी ने लोगों को परेशान किया.

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