सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में लगातार बारिश हो रही है.बारिश के साथ साथ वज्रपात भी हो रहा है.मौसम विभाग की ओर से बारिश, वज्रपात (ठनका) को लेकर हर दिन अलर्ट जारी किया जा रहा है. एक जून से सात जुलाई तक 38 दिनों में मौसम विभाग ने 24 दिन वज्रपात को लेकर अलर्ट जारी किया है. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। बावजूद इस साल वज्रपात से अब तक 78 जानें जा चुकी हैं. पिछले 48 घंटे में ही ठनका से 30 लोगों ने जान गंवाई हैं.
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इलेक्ट्रिक मुनादी (हूटर) की व्यवस्था शुरू की है. प्रथम चरण में गया और औरंगाबाद के प्रखंडों में 24 जगहों पर हूटर लगाया गया है. 36 जिलों में हूटर नहीं है और यहीं हादसे अधिक हो रहे हैं. रोहतास, नवादा, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, पूर्णिया और खगड़िया में सेंसर लगा है. पटना में दो स्थानों पर सेंसर लगाया गया है. औरंगाबाद के 6 प्रखंड और गया में 18 जगहों पर हूटर लग चुका है. इसके माध्यम से आधा घंटा पहले लोगों को ठनका के प्रति सचेत किया जा रहा है. इसकी आवाज 5 किलोमीटर के दायरे तक सुनाई देती है. पटना के प्रखंडों में हूटर लगाने की तैयारी है.
ठनका से 50 करोड़ वोल्ट की ऊर्जा निकलती है जो प्रकाश की गति से पृथ्वी की तरफ आती है. यह मैदान, पेड़, झोपड़ी, सूखी घास और पत्ते की तरफ आकर्षित होती है.बिजली, तूफान से बचाव के लिए 1.98 लाख लोगों ने इंद्र वज्र एप डाउनलोड किया है. इससे आधे घंटे पहले 20 किमी के दायरे में गिरने वाले ठनका और तूफान की जानकारी मिल रही है. औसतन हर माह 5 हजार से अधिक लोग एप डाउनलोड कर रहे हैं और बारिश के दौरान हर दिन 20 हजार लोग इसे देखते हैं.